
छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन की वार्षिक आमसभा में कारोबारी सुरक्षा को लेकर बड़ा ऐलान, पांच संभागीय अध्यक्ष नियुक्त
जांजगीर–चांपा। छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन की वार्षिक आमसभा और ज्वेलरी सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन भव्य रूप से जांजगीर–चांपा में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश भर के 500 से अधिक ज्वेलर्स और 100 से अधिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी रही। इस मंच से नए संविधान संशोधन प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया, जिसके तहत कारोबारी समानता और संगठन की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी।
इस दौरान पांच नए संभागीय अध्यक्षों की नियुक्ति भी की गई, जिससे संगठनात्मक मजबूती को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। कार्यक्रम की सबसे अहम बात रही—सराफा व्यापार की सुरक्षा को लेकर पुलिस और कारोबारियों के बीच बनी मजबूत साझेदारी।
प्रमुख बिंदु
सराफा कारोबार की सुरक्षा के लिए तीन सूत्रीय रणनीति
संविधान संशोधन पर आमसभा की मुहर
गृहमंत्री विजय शर्मा के मार्गदर्शन में पुलिस-व्यापारी समन्वय
प्रदेश के लिए “सजग संगठित मॉडल” की घोषणा
पांच संभागीय अध्यक्षों की नियुक्ति
सुरक्षा, समानता और समन्वय पर टिकी रणनीति
एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल सोनी ने जानकारी दी कि अब संगठन “सजग संगठित मॉडल” के तहत प्रदेशभर में काम करेगा, जहां प्रत्येक जिले में पुलिस और सराफा कारोबारियों के बीच समन्वय बैठकें आयोजित होंगी। संविधान संशोधन के बाद सभी सदस्यों को समान अधिकार मिलेंगे और हर व्यापारी को निर्णय प्रक्रिया में भागीदारी का अवसर मिलेगा।

पुलिस और कारोबारियों के बीच मजबूत संवाद
कार्यक्रम में विशेष रूप से पुलिस अधीक्षक विजय पांडे मौजूद रहे। उन्होंने स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ सरकार के गृहमंत्री विजय शर्मा के दिशा–निर्देश में पुलिस विभाग सराफा व्यापारियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पुलिस को प्राप्त इनपुट और सतर्कता से ही कई बड़ी चोरी और डकैती की घटनाओं का समय पर खुलासा किया जा सका है।
राजनीतिक प्रतिनिधियों ने जताया भरोसा
जांजगीर-चांपा की सांसद डॉ. कमलेश जांगड़े, अकलतरा विधायक राघवेंद्र सिंह और चांपा विधायक व्यास कश्यप ने कार्यक्रम में शिरकत करते हुए संगठन को पूरी तरह सहयोग देने की बात कही। सांसद जांगड़े ने कहा, “छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन प्रदेश में व्यापारिक जागरूकता और सुरक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय भूमिका निभा रहा है।”
संभागीय ढांचा और नेतृत्व मजबूत
संविधान संशोधन के साथ ही पांच संभागीय अध्यक्षों की घोषणा की गई:
राजेश सोनी – सरगुजा
गौतम भंडारी – दुर्ग
राज दुग्गड़ – बस्तर
राजेश कानूगा – रायपुर
पवन अग्रवाल – बिलासपुर
इनकी नियुक्ति से क्षेत्रीय स्तर पर संगठनात्मक गतिविधियों में तेजी लाई जाएगी।
वर्षभर की रिपोर्ट और भविष्य की योजना
महासचिव प्रकाश गोलछा और कोषाध्यक्ष हर्षवर्धन जैन ने पिछले वर्ष के कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि संगठन ने हॉलमार्किंग, GST जागरूकता, कारोबारी प्रशिक्षण और स्थानीय स्तर पर पुलिस समन्वय जैसे विषयों पर वर्षभर सक्रिय कार्य किया है।
कमल सोनी ने कहा कि आने वाले समय में सभी बड़े जिलों में इसी प्रकार के सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
जागरूकता और एकजुटता की नई मिसाल
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई और अंत में खुले मंच से सभी कारोबारियों ने अपने विचार और सुझाव साझा किए। यह आयोजन जांजगीर-चांपा सराफा एसोसिएशन के आठ संगठनों के संयुक्त सहयोग से सफल हुआ।
संविधान संशोधन के साथ यह तय हुआ कि आने वाले वर्ष में संगठन डिजिटल सदस्यता, व्यापारी सुरक्षा अलर्ट सिस्टम, और काउंसलिंग टास्क फोर्स जैसे नवाचार भी लागू करेगा।
छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन की यह आमसभा सिर्फ संगठनात्मक बैठक नहीं, बल्कि प्रदेशभर के ज्वेलर्स के लिए सुरक्षा, समानता और संरचना को लेकर एक सुनियोजित और ऐतिहासिक पहल रही।अब देखना होगा कि यह ‘सजग संगठित मॉडल’ ज़मीनी स्तर पर कितना प्रभावी साबित होता है।