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टामनसिंह उनके बेटे,भतीजे बहु सहित सात Advanced के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, लेनदेन कर अपात्रों को पी एस सी के महत्वपूर्ण पदों में चयन,और भी घोटाले में लिप्त अफसर की गिरफ्तारी की चर्चा,

7 आरोपी भेज ग ए 14 दिनों की रिमांड पर जेल,

रायपुर।छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग घोटाले में गुरुवार को सीबीआई ने स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सेंट्रल ब्यूरो आफ इंवेस्टीगेशन ने गिरफ्तार सभी 7 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इसके साथ ही अन्य लोगों को भी इस मामले में आरोपी बनाया है।

19 नवंबर को सीबीआई ने सीजीपीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग इस्पात के पूर्व डायरेक्टर श्रवण गोयल को गिरफ्तार किया था। दोनों की गिरफ्तारी के 59वें दिन सीबीआई ने आरोप पत्र दाखिल किया है।

14 दिन की रिमांड पर 7 आरोपी-

बुधवार को हुई पेशी के दौरान रायपुर के स्पेशल कोर्ट ने 7 लोगों को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इनमें टामन सोनवानी, एसके गोयल, टामन के बेटे नीतेश सोनवानी, भतीजे साहिल सोनवानी, उद्योगपति श्रवण गोयल के बेटे और बहू शशांक गोयल और भूमिका कटियार समेत तत्कालीन डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गणवीर जेल में है।

जल्द हो सकती है गिरफ्तारी

सीबीआई ने बीते सप्ताह में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 3 डिप्टी कलेक्टर, 1 DSP पद पर सिलेक्ट कैंडिडेट और PSC के तत्कालीन डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर को गिरफ्तार किया है। सीबीआई की ओर से इनके खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की गई है।

सीबीआई ने 13 जनवरी और उसके दो दिन पहले साहिल सोनवानी, ललित गनवीर, शशांक गोयल और भूमिका कटियार और नीतेश सोनवानी को गिरफ्तार किया था। केवल सात दिनों के भीतर सीबीआई ने इनके खिलाफ भी चार्जशीट दायर कर दी है।

कथित व्हीआईपी लोगों के रिश्तेदारों, भारी रकम लेकर अपात्रों को चयन करने का आरोप,

सीबीआई के मुताबिक सोनवानी के कार्यकाल में पीएससी भर्ती में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। आरोप है कि उन्होंने अपने कई करीबी रिश्तेदारों और कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के 18 रिश्तेदारों की नौकरी लगवाई है। जांच में पैसों के लेन-देन के पुख्ता सबूत मिले हैं।

ये भी आरोप है कि, पैसे लेकर कुछ नेताओं और अधिकारियों के बच्चों को डिप्टी कलेक्टर और उप पुलिस अधीक्षक जैसे पदों पर चयन किया गया था। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में सीबीआई कुछ और अफसरों को भी अरेस्ट कर सकती है।

जानिए घोटाले के बारे में

सीजीपीएससी 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में केस दर्ज किया है। पी एस सी ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी। इन्हीं भर्तियों को लेकर ज्यादा विवाद है। आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है।

171 पदों के लिए हुई थी भर्ती परीक्षा

2021 में 171 पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। प्रीएग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया। इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे। इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए। इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई।

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