शिक्षकों के ऑनलाइन अवकाश पोर्टल की निगरानी और त्वरित अवकाश स्वीकृत करने के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी

CG Teacher Holiday News:– शिक्षकों के ऑनलाइन अवकाश प्रबंधन पोर्टल की मॉनिटरिंग के संबंध में नोडल अधिकारी बनाने हेतु सभी संयुक्त संचालकों और डीईओ को डीपीआई ने पत्र लिखा है। नोडल अधिकारी को प्रतिदिन डेशबोर्ड का अवलोकन कर लंबित अवकाश प्रकरणों का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करने को कहा गया है।
रायपुर। शिक्षकों की ऑनलाइन छुट्टी स्वीकृत करने के लिए बनाए गए पोर्टल की मॉनिटरिंग के संबंध में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। यह नोडल अधिकारी पोर्टल की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के अलावा लंबी अवकाश प्रकरणों का त्वरित निराकरण करना सुनिश्चित करेंगे। माना जा रहा है कि शिक्षकों के अवकाश स्वीकृत करने में इसे आसानी होगी और शिक्षकों का त्वरित अवकाश स्वीकृत हो सकेगा।
डीपीआई ने प्रदेश के सभी संयुक्त संचालकों और सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को ऑनलाइन अवकाश प्रबंधन की मॉनिटरिंग के संबंध में पत्र लिखा है। पत्र में बताया गया है कि अगस्त 2024 से विभाग के अधिकारियों, शिक्षकों एवं कर्मचारी हेतु ऑनलाइन अवकाश प्रबंधन पोर्टल की सुविधा प्रारंभ की गई है। इस पोर्टल का उद्देश्य अवकाश प्रकरणों का त्वरित एवं पारदर्शी रूप से निराकरण सुनिश्चित करना है। पोर्टल पर मॉनिटरिंग हेतु प्राचार्य, ब्लॉक,जिला एवं संभाग स्तर पर डेशबोर्ड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस डेशबोर्ड के माध्यम से अधिकारी अपने अधीनस्थ कार्यालयों एवं शालाओं से प्राप्त विभिन्न प्रकार के अवकाश आवेदनों की स्थिति ज्ञात कर सकते हैं। आपकी सुविधा हेतु डेशबोर्ड का यूजर मैनुअल संलग्न कर प्रेषित किया जा रहा है।
सभी संयुक्त संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक संभागीय एवं जिला स्तर कार्यालय पर एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर 7 दिवस के भीतर इस कार्यालय को सूचित करें। नोडल अधिकारी का दायित्व होगा कि वे प्रतिदिन डेशबोर्ड का अवलोकन करें एवं लंबित अवकाश प्रकरणों का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करें। नोडल अधिकारी यह भी देखेंगे कि अधीनस्थ शालाओं एवं कार्यालय इस पोर्टल का नियमित उपयोग कर रहे हैं कि नहीं।
पोर्टल पर अंकित पदनाम संबंधी जानकारी के अत्यधिक मात्रा में परिवर्तन के प्रकरण देखने में आ रहे है। निर्देशित किया गया है कि पोर्टल के डेटाबेस में किसी भी प्रकार का अनावश्यक परिवर्तन न करें एवं उपरोक्त सभी निर्देश अपने अधीनस्थ कार्यालयों एवं शालाओं में प्रसारित करें।