छत्तीसगढ़

महिला-पुरुष एक सिक्के के दो पहलू: डॉ. एकता लंगेह

गायत्री मंदिर महासमुंद में महिला दिवस कार्यक्रम का भव्य आयोजन

महासमुंद (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महासमुंद जिले के गायत्री मंदिर में बिहान स्व-सहायता समूह द्वारा विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाने वाली डॉ. एकता लंगेह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक उन्नति को बढ़ावा देना था। डॉ. एकता लंगेह ने अपने उद्बोधन में महिलाओं की शक्ति और समाज में उनकी बराबरी पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि “महिला और पुरुष एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। आज महिलाएँ पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में सफलता हासिल कर रही हैं। वे ऑटो-रिक्शा से लेकर ट्रेन, ड्रोन और हवाई जहाज तक चला रही हैं। घरेलू जिम्मेदारियों को निभाने के साथ-साथ वे शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज सेवा, परिवार, राजनीति और देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। उन्होंने समाज में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए पुरुषों की भागीदारी को भी आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि हर पुरुष को अपनी पत्नी, बेटी, माँ और अन्य सभी महिलाओं का सम्मान करना चाहिए और उनके कार्यों में सहयोग करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी आयोजित की गईं।

महिलाओं ने समूह नृत्य, गीत और प्रेरणादायक नाटकों के माध्यम से समाज में महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को विशेष रूप से प्रभावित किया और महिला शक्ति की महत्ता को उजागर किया। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ की धर्मपत्नी श्रीमती निवेदिता वर्मा, तारिणी चंद्राकार समेत कई प्रतिष्ठित महिलाएँ और बिहान स्व-सहायता समूह की सदस्य उपस्थित रहीं। समाज में उत्कृष्ट योगदान देने वाली महिलाओं को इस अवसर पर सम्मानित भी किया गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का यह आयोजन समाज में महिलाओं की भूमिका को और अधिक सशक्त बनाने तथा उनके योगदान को मान्यता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

 

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