रतनपुर में भगवान परशुराम जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ संपन्न

शोभायात्रा से शुरू होकर सम्मान समारोह तक, भव्य आयोजन में जुटा पूरा ब्राह्मण समाज
रतनपुर (छत्तीसगढ़)। ऐतिहासिक धार्मिक नगरी रतनपुर में भगवान विष्णु के छठे अवतार तथा ब्राह्मणों के कुलदेवता भगवान परशुराम का जन्मोत्सव इस वर्ष भी भव्यता और भक्ति भाव के साथ मनाया गया। आयोजन की शुरुआत नगर भ्रमण करती विशाल शोभायात्रा से हुई, जो राधा माधव धाम धर्मसभा स्थल पर पहुंचकर संपन्न हुई। इस पावन अवसर पर धर्मसभा, आरती, पूजा-अर्चना, वक्तृत्व, सम्मान समारोह और भजन-संध्या जैसे विविध आयोजन हुए।
शोभायात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब
जन्मोत्सव की सुबह भगवान परशुराम की आकर्षक झांकी के साथ नगर के मुख्य मार्गों पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। पारंपरिक वेशभूषा में सजे श्रद्धालु, ढोल-नगाड़ों की थाप, जय परशुराम के उद्घोष और धार्मिक गीतों से रतनपुर का माहौल भक्तिमय हो गया। शोभायात्रा राधा माधव धाम पर पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हुई।
पूजन और महाआरती के साथ धर्मसभा का शुभारंभ
राधा माधव धाम में भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना और महाआरती के साथ धर्मसभा का विधिवत शुभारंभ किया गया। ब्राह्मण समाज के श्रद्धालुओं ने पूरे भाव से आराध्य देव की स्तुति की, साथ ही उपस्थित संतों और अतिथियों ने भगवान परशुराम के आदर्शों और तप-तेज के प्रसंग साझा किए।
सम्मान समारोह बना आयोजन का केंद्र बिंदु
कार्यक्रम में सम्मान समारोह का आयोजन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें समाज के गौरवशाली व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में श्री बी.एन. मिश्रा, प्रांत अध्यक्ष, धर्म यात्रा महासंघ (विश्व हिंदू परिषद) उपस्थित रहे।
अध्यक्षता मंडलेश्वर दिव्यकांत जी महाराज ने की।
विशिष्ट अतिथियों में श्री एस.डी. मिश्रा (संरक्षक, छ.ग. सरयूपारी ब्राह्मण सभा), श्री निलेश पांडे, निरीक्षक कोनी (प्रतिनिधि: श्रीमती अर्चना झा) विशेष रूप से उपस्थित रहे।
सम्मानित प्रतिभाएं – समाज की प्रेरणा
इस अवसर पर समाज के उन प्रतिभावान व्यक्तियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियाँ हासिल कीं:
कुमारी आकांक्षा तिवारी – चयनित नायब तहसीलदार
डॉ. ललित शास्त्री – चिकित्सा एवं समाज सेवा में योगदान
श्रीमती शोभा दुबे – नवनिर्वाचित पार्षद
इन सभी को ब्राह्मण सभा की ओर से प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
ब्राह्मण एकता और संस्कारों पर बल
धर्मसभा में श्री बी.एन. मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा:
> “ब्राह्मण समाज को एकजुट रहकर अपनी संस्कृति, वेद-पुराण, तथा गुरु-शिष्य परंपरा की रक्षा करनी होगी। संस्कारों का संचरण ही परशुराम जी की सच्ची आराधना है।”
सभा अध्यक्ष बलराम पांडे ने स्वागत भाषण देते हुए वर्ष भर ब्राह्मण सभा द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की संक्षिप्त जानकारी दी और भविष्य में सामाजिक एकजुटता की दिशा में कार्य करने का संकल्प दोहराया।
सैकड़ों समाजजनों की उपस्थिति से आयोजन भव्य
इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाज के वरिष्ठजन, युवा, महिलाएं और बच्चे मौजूद रहे। प्रमुख उपस्थिति में रहे—
अश्विनी दुबे, राजेंद्र मिश्रा, रविंद्र दुबे, दिनेश पांडे, ओमप्रकाश दुबे, अशोक शर्मा, शिवानंद पांडे, कृष्णकांत शर्मा, उमेश तिवारी, पंकज शर्मा, सिद्धांत मिश्रा, प्रवीण दीवान, विद्या शंकर दुबे, अनुभव पांडे, लक्ष्मी पांडे, रश्मि शर्मा, शुभ्रा तिवारी, आरती दुबे, मीना दीवान, नीलू पांडे, प्राची दुबे, शोभा दुबे, आदि।
कार्यक्रम संचालन और समापन
कार्यक्रम का संचालन दिनेश पांडे एवं रविंद्र दुबे ने संयुक्त रूप से किया, जबकि आभार प्रदर्शन राजेंद्र मिश्रा द्वारा किया गया।
रतनपुर जैसे धार्मिक केंद्र में आयोजित यह भव्य आयोजन समाज के सभी वर्गों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना। भगवान परशुराम के संदेशों को आत्मसात कर सामाजिक समरसता और धर्म रक्षा की भावना को सुदृढ़ करने का आह्वान किया गया।