कोरबा छत्तीसगढ़

गौरव पथ में भारी वाहनों के बंद होने पर ही खत्म होगा आंदोलन 



कोरबा। नगर पालिका परिषद दीपका क्षेत्र में निर्मित गौरव पथ से चल रहे कोयला परिवहन के भारी वाहनों को बंद कराने व इसे आम लोगों के लिए ही खुला रखने की मांग को लेकर उमागोपाल और बंशी दास के द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा है। पिछले दिनों मिले आश्वासन के बाद गौरव पथ के किनारे प्रदर्शन हो रहा है लेकिन प्रशासनिक तौर पर कोई कार्यवाही नहीं होने से 2 अक्टूबर को खदान बंद करने और घेराव की चेतावनी दी गई। इससे पहले आज दोपहर मौके पर पहुंची दीपका पुलिस ने स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर पंडाल को जप्त करते हुए उमा गोपाल और बंशीदास को थाना ले जाने की कार्यवाही की। 
48 दिन से जारी आंदोलन के बीच उमागोपाल और बंशी को उठाने की खबर से संगठन के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और थाना घेराव की तैयारी करने लगे। इसी बीच उमागोपाल और बंशी को समझाइश देकर और 2 अक्टूबर के आंदोलन को स्थगित करने की चेतावनी देकर थाना से छोड़ दिया गया। गांधी जयंती के अवसर पर गौरव पथ संघर्ष समिति दीपका द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन व दीपका-गेवरा खदान बंदी का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है जिसे क्षेत्र के ग्रामीणों का भी समर्थन है। इस घटनाक्रम को लेकर क्षेत्रवासियों और प्रभावितों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है।
0 वैकल्पिक मार्ग की कमी केवल बहाना : बंशीदास 
बंशीदास ने कहा है कि शासन-प्रशासन केवल एसीबी कंपनी को गाडिय़ों को चलवाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का बहाना कर रही है। सच्चाई तो यह है कि सभी गंतव्यों के लिए ट्रांसपोर्टरों के पास वैकल्पिक मार्ग पहले से ही उपलब्ध है। दीपका क्षेत्र के लोगों की भलाई के लिए शासन को गौरव पथ में भारी वाहनों को तत्काल बंद करवाना चाहिए। उमागोपाल ने कहा है कि शासन-प्रशासन हम आंदोलनकारियों को डराना बंद करे और असल में अगर क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए जाने के पक्षधर हैं तो गौरव पथ में भारी वाहन चलाना बंद करें।

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