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सड़क पर मवेशियों से हो रहे हादसों पर पुलिस का साहसिक कदम — जब जिम्मेदार विभाग सोए, तब पुलिस ने दिखाई संवेदनशीलता

बरसात के मौसम में सड़कों पर बैठे मवेशी अक्सर दुर्घटना का कारण बनते हैं। इस समस्या को देखते हुए एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर पुलिस ने मवेशियों के गले में रेडियम पट्टी बांधने की पहल की।
इस कदम का उद्देश्य रात के समय सड़क हादसों को रोकना है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस संवेदनशील पहल की सराहना की है।

एसएसपी रजनेश सिंह के मार्गदर्शन और एएसपी अर्चना झा की नेतृत्व में पुलिस ने दिखाई संवेदनशीलता, समाज ने की सराहना

बिलासपुर। जहाँ आमतौर पर पुलिस का नाम कानूनव्यवस्था से जोड़ा जाता है, वहीं रतनपुर पुलिस ने एक ऐसा कार्य कर दिखाया है जो जनसेवा और संवेदनशीलता का प्रतीक बन गया। बरसात के मौसम में रात के समय सड़कों पर बैठे मवेशी सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। ऐसे में पुलिस ने सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए एक अनूठी पहल करते हुए बुधवार की रात लावारिस मवेशियों के गले में रेडियम पट्टी बांधी।

इस पहल का उद्देश्य स्पष्ट था रात में वाहन चालक इन मवेशियों को समय रहते देख सकें और हादसों से बचा जा सके।

पुलिस बनी जिम्मेदार, जब बाकी रहे उदासीन

एसएसपी रजनेश सिंह के मार्गदर्शन में की गई, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमती अर्चना झा ने स्वयं मोर्चा संभाला।गांधीनगर से शनिचरी चौक तक के मुख्य मार्ग पर बैठे करीब 40 से 50 मवेशियों को चिन्हित कर उनके गले में रेडियम पट्टी बांधी गई।

एएसपी अर्चना झा ने अभियान की निगरानी करते हुए कहा

“हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है। छोटी-छोटी सावधानियों से बड़ी दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं। रेडियम पट्टी एक ऐसा प्रयास है जो सीधे जनजीवन से जुड़ा है।”

जन सरोकार में प्रशासनिक समर्पण

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने कहा

समाज के प्रति हमारी जवाबदेही सिर्फ अपराध रोकने तक सीमित नहीं है। जब तक स्थायी समाधान मिले, तब तक हमें तत्कालिक उपायों से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी ही होगी।

इस कार्य में थाना प्रभारी नरेश कुमार चौहान तथा रतनपुर पुलिस टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई।

समाज की सकारात्मक प्रतिक्रिया

इस पहल को लेकर स्थानीय लोगों ने पुलिस की भूरिभूरि प्रशंसा की। दुकानदारों, वाहन चालकों और राहगीरों ने माना कि यह एक व्यावहारिक कदम है जो रात के समय उन्हें दुर्घटना से बचा सकता है।

एक अनुकरणीय उदाहरण

रतनपुर पुलिस का यह कदम केवल एक नवाचार है, बल्कि यह दिखाता है कि जब प्रशासनिक इच्छाशक्ति और जनहित की भावना एक साथ काम करती है, तो समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है।

रतनपुर पुलिस की यह पहल केवल दुर्घटनाओं की रोकथाम में कारगर साबित होगी, बल्कि यह एक प्रेरणा है उन विभागों के लिए, जिनकी यह प्राथमिक जिम्मेदारी थी।
यह संदेश भी देती है कि जन सेवा केवल औपचारिकताओं से नहीं, बल्कि मानवीय समझ और संवेदना से होती है।

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