छत्तीसगढ़

रानी अटारी परियोजना प्रभावित ग्रामीण बैठे धरना पर, तानाखार विधायक का समर्थन 


कोरबा। एसईसीएल की रानी अटारी परियोजना खदान से प्रभावित ग्रामवासियों एवं तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा द्वारा दिए गए पत्र और नाराजगी को प्रबंधन ने नजरअंदाज किया। जर्जर सड़क की मरम्मत के लिए कोई पहल न किए जाने से नाराज ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल आज से शुरू कर दिया जो समाचार लिखे जाने तक जारी है। विधायक श्री केरकेट्टा भी ग्रामीणों के साथ धरना पर बैठे हैं। मनाने के लिए पहुंचे एसईसीएल अधिकारियों को विधायक ने फटकार भी लगाई। 
एसईसीएल कोरबा क्षेत्र के रानी अटारी, विजय वेस्ट खदान से प्रभावित 10 किलोमीटर दायरे के ग्राम पंचायत पुटीपखना, बीजाडांड, केंदई, अड़सरा, रानी अटारी, तनेरा, सरमा, धंवलपुर, सेंदुरगढ़, सेन्हा, अमलीबहरा, जलके, पनगंवां, हरदेवा, कोरबी के लोग समस्याओं से जूझ रहे हैं। खदान से कोयला परिवहन के लिए बीजाडांड़, तनेरा, सरमा, कोरबी होते हुए भारी वाहन गुजरते हैं। इसके कारण सड़क जर्जर और खराब हो चुकी है। बड़े-बड़े गड्ढे वाली यह सड़क लगभग 20 वर्ष पुरानी है जिसे दोबारा डामरीकृत नहीं किया जा सका है। गड्ढों में जरुरत के अनुसार मिट्टी और बोल्डर भर दिया जाता है जिसके कारण धूल दिनभर उड़ते रहती है और पानी का छिड़काव भी नहीं किया जाता। लगातार धूल-डस्ट के कारण ग्रामीणों का जीना दूभर हो गया है और सांस संबंधी बीमारियों से प्रभावित हो रहे हैं। प्रभावित गांवों में विगत 20 वर्षों में सीएसआर से कोई विशेष कार्य नहीं कराया गया है। 
रानी अटारी खदान से कोरबी तक 18 किलोमीटर तक की अत्यंत जर्जर सड़क मरम्मत का कार्य तत्काल प्रारंभ नहीं होने से नाराज ग्रामीणों और आदिवासियों ने यहां परियोजना गेट के सामने पहुंचकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। विधायक मोहित राम केरकेट्टा भी यहां पहुंचे और आंदोलन को समर्थन दिया। उन्होंने एसईसीएल की मनमानी पर फटकार लगाते हुए कोयला परिवहन का कार्य बंद करा दिया। श्री केरकेट्टा ने कहा है कि परियोजना में कार्यरत मजदूरों के वेतन से भी कमीशनखोरी की जा रही है और बाहरी लोगों को रोजगार दे रहे हैं। जब तक प्रबंधन समस्याओं को दूर नहीं करता, तब तक धरना प्रदर्शन और परिवहन बंद करने का काम जारी रहेगा। यहां पंडो जनजाति के भी लोग अपने तीर-धनुष लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रबंधन के द्वारा सुबह 6 बजे से गेट में ताला जड़ दिया गया था। धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से भावेश बनाफर, मोनू जायसवाल ,शिवनंदन कुजूर,विनोद उर्रे, अफरोज, बाबा खान, आनंद मित्तल, जुनेद खान, ग्राम तनेरा, हरदेवा, पुटीपखना, कोरबी, सरमा के सरपंच व बड़ी संख्या में महिला, पुरुष शामिल हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *