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रामपुर विधानसभा में विकास की नई कहानी : डीएमएफ से 186 करोड़ की स्वीकृति, सड़कों से लेकर स्कूल तक बदलेगा गांवों का चेहरा, कलेक्टर अजीत वसंत की निगरानी में तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं निर्माण कार्य, वनांचल के सैकड़ों गांवों को मिलेंगी सुविधाएं

अंकित सिंह : संवाददाता

कोरबा, 06 अक्टूबर 2025।

कोरबा जिले के रामपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर एक नया अध्याय लिखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और शासन के निर्देश पर, जिला खनिज संस्थान न्यास (DMF) से क्षेत्र में 186 करोड़ 90 लाख रुपए से अधिक की राशि स्वीकृत की गई है।
कलेक्टर अजीत वसंत के नेतृत्व में यह प्रयास केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि सड़कों, स्कूल भवनों और स्वास्थ्य केंद्रों के रूप में अब धरातल पर दिखने लगा है।


वनांचल में बदलती तस्वीर : अब हर गांव तक पहुँचेगा विकास

रामपुर विधानसभा के अंतर्गत आने वाले अधिकांश गांव अनुसूचित जनजाति बाहुल्य क्षेत्र हैं। वर्षों से सड़क, आंगनबाड़ी भवन, पंचायत भवन और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी यहां के लोगों की प्रमुख समस्या रही है।
लेकिन अब जिला प्रशासन की सतत पहल से यह स्थिति तेजी से बदल रही है।

कलेक्टर अजीत वसंत ने क्षेत्र की जरूरतों के अनुरूप योजनाओं को प्राथमिकता दी, और DMF मद से कुल 640 विकास कार्यों को स्वीकृति प्रदान की गई है।

इन कार्यों में शामिल हैं —

  • 134 नवीन आंगनबाड़ी भवन (15.67 करोड़)
  • 60 प्राथमिक, 32 माध्यमिक और 11 हायर सेकेंडरी स्कूल भवनों का निर्माण
  • 27 स्वास्थ्य केंद्रों में नवीन भवन और आवासीय परिसर
  • 55 पीडीएस सह दुकान निर्माण, 19 नवीन पंचायत भवन, 11 उपार्जन केंद्रों में 150 मैट्रिक टन गोदाम निर्माण
  • 80 सीसी रोड निर्माण, 13 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवासीय भवन, शिक्षकों के रेसिडेंशियल हॉस्टल, अधीक्षक आवास, छात्रावास भवन, धान चबूतरा और प्रार्थना शेड जैसे महत्वपूर्ण कार्य

मुख्य सड़कों से बढ़ेगा क्षेत्रीय कनेक्टिविटी का दायरा

लंबे समय से ग्रामीणों की प्रमुख मांग रही चिर्रा–श्यांग मार्ग और अमलडीहा–मालिकछार सड़क को भी अब स्वीकृति मिल चुकी है।

  • चिर्रा–श्यांग मार्ग पर 9.35 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण कार्य स्वीकृत किया गया है, जिससे वनांचल क्षेत्र के दूरस्थ गांव मुख्य मार्ग से जुड़ेंगे।
  • अमलडीहा–मालिकछार मार्ग पर 7 करोड़ रुपए से अधिक की राशि स्वीकृत है, जिसके पूरा होने पर स्थानीय लोगों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि परिवहन की सुविधा बेहतर होगी।

इसके अलावा, गिधौरी–चारपारा मार्ग, ओझायाइन–रामपुर पहुँच मार्ग, झगरहा–कोरकोमा–पसरखेत–चचिया मार्ग, और सीलीभुडु–कुदरीचिंगार मार्ग जैसे प्रमुख सड़क कार्य भी तेजी से प्रगति पर हैं।
इन मार्गों के पूरा होने से न केवल आवागमन में सुविधा बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय उत्पादों के विपणन और शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच में भी सुधार आएगा।


शिक्षा और स्वास्थ्य को मिला प्राथमिकता का दर्जा

रामपुर विधानसभा में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है।
डीएमएफ से मिली राशि से —

  • 60 प्राथमिक स्कूल, 32 माध्यमिक और 11 हायर सेकेंडरी स्कूलों के लिए नवीन भवनों का निर्माण स्वीकृत किया गया है।
  • 27 स्वास्थ्य केंद्रों में नए भवन और आवासीय परिसर बनाए जाएंगे ताकि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं चौबीसों घंटे उपलब्ध रह सकें।

इसी तरह, आंगनबाड़ी भवन, आवासीय हॉस्टल, छात्रावास भवन, और पोषण आहार वितरण केंद्रों के निर्माण से ग्रामीण बच्चों को बेहतर देखभाल और शिक्षा मिलेगी।


कलेक्टर अजीत वसंत : विकास के लिए प्रतिबद्ध और जमीन से जुड़े अधिकारी

कलेक्टर अजीत वसंत ने अपने कार्यकाल में जिस तरह से जमीनी स्तर पर जाकर काम किया है, उसकी सराहना ग्रामीणों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक में की जा रही है।
उनकी कार्यशैली सख्त जरूर है, लेकिन परिणाम स्पष्ट रूप से सामने हैं।
सड़कें, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र अब केवल कागज़ों पर नहीं, बल्कि गांव-गांव में दिखाई दे रहे हैं।

शासन की नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने और स्थानीय आवश्यकताओं को समझने की उनकी क्षमता ने कोरबा जिले में प्रशासनिक कामकाज को नई दिशा दी है।
उनकी प्राथमिकता हमेशा रही है — “विकास का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे।”


संवेदनशील प्रशासन और पारदर्शी कार्यशैली का परिणाम

डीएमएफ फंड का उपयोग पारदर्शिता के साथ किया गया है।
हर परियोजना की निगरानी स्वयं कलेक्टर अजीत वसंत द्वारा की जा रही है ताकि गुणवत्ता पर कोई समझौता न हो।
यही वजह है कि आज रामपुर विधानसभा में वर्षों से अटके कई कार्य पूरे हो रहे हैं और जनता को उनका प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है।


रामपुर विधानसभा : विकास की नई पहचान की ओर

कोरबा जिले के सबसे व्यापक वनांचल क्षेत्र में आज विकास की जो रफ्तार दिख रही है, वह प्रशासनिक ईमानदारी और संवेदनशीलता का परिणाम है।
डीएमएफ की सहायता से स्वीकृत परियोजनाएँ केवल निर्माण नहीं, बल्कि गांवों के जीवन स्तर को उठाने की दिशा में एक स्थायी पहल हैं।

कलेक्टर अजीत वसंत के नेतृत्व में रामपुर विधानसभा क्षेत्र अब उस दिशा में बढ़ रहा है जहाँ विकास सिर्फ योजनाओं तक नहीं, बल्कि हर घर और हर गांव तक पहुंच रहा है।

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