साइलेंट किलर विटामिन D की कमी: कैंसर का खतरा और समाधान

नई दिल्ली: क्या आपको पता है कि शरीर में विटामिन D की कमी केवल हड्डियों को कमजोर नहीं करती, बल्कि यह कैंसर जैसे गंभीर रोगों का खतरा भी बढ़ा सकती है? भारत में हर 10 में से 7 लोग इस जरूरी पोषक तत्व की कमी से जूझ रहे हैं। डॉक्टरों और शोधकर्ताओं की मानें तो यह एक “साइलेंट हेल्थ क्राइसिस” बनता जा रहा है।
विटामिन D और कैंसर: क्या है रिश्ता?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, विटामिन D शरीर में कोशिकाओं की वृद्धि को नियंत्रित करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। यदि इसकी मात्रा लंबे समय तक कम बनी रहती है, तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ जाती है। इससे कुछ प्रकार के कैंसर जैसे ब्रेस्ट कैंसर, कोलन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
एम्स, दिल्ली के एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ. संजय मिश्रा बताते हैं,
“विटामिन D की कमी अब केवल हड्डियों की समस्या नहीं रही। कई अंतरराष्ट्रीय शोधों में यह सामने आया है कि इसकी कमी शरीर में सूजन (inflammation) बढ़ाती है, जिससे कैंसर के कोशिकाएं विकसित होने के लिए अनुकूल वातावरण मिलता है।”
भारत में क्यों है इतनी अधिक कमी?
भारत जैसे देश में जहां साल भर सूरज की रोशनी उपलब्ध है, वहां विटामिन D की भारी कमी चौंकाने वाली है। इसके पीछे प्रमुख कारण हैं:
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धूप में पर्याप्त समय न बिताना
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शरीर को पूरी तरह ढक कर रहना
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शहरी जीवनशैली और ऑफिस कल्चर
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अस्वस्थ खान-पान
कैसे पूरी करें विटामिन D की कमी?
डॉक्टरों के मुताबिक, विटामिन D की कमी को दूर करना मुश्किल नहीं है। इसके लिए अपनाएं ये उपाय:
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धूप में रोजाना 20-30 मिनट समय बिताएं, खासकर सुबह 8 से 10 बजे के बीच।
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विटामिन D युक्त भोजन जैसे अंडा, मशरूम, फोर्टिफाइड दूध, दही और मछली खाएं।
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जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स लें।
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नियमित जांच करवाएं, खासकर यदि आप थकान, हड्डियों में दर्द या बार-बार बीमार पड़ते हैं।
निष्कर्ष:
विटामिन D की कमी को नजरअंदाज करना गंभीर बीमारियों को निमंत्रण दे सकता है। समय रहते इसे पहचान कर सुधार लाना न केवल हड्डियों बल्कि पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।