
कटघोरा। कसनिया गांव में हुई सनसनीखेज फायरिंग के मामले में पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम के मास्टरमाइंड शक्तिदास को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया। क्राइम ब्रांच/साइबर और कटघोरा पुलिस की संयुक्त टीम ने दबिश देकर आरोपी को पकड़ा।
अब तक इस प्रकरण में कुल 4 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें यूपी निवासी शूटर दुर्गेश पांडे, कोरबा निवासी आशीष जांगड़े, हर्ष सिंह और फरारी में मदद करने वाला एक सहयोगी शामिल है।
क्या है पूरा मामला ?
तीन दिन पहले कसनिया गांव में बाइक सवार हमलावरों ने एक घर और दुकान पर दो राउंड फायरिंग की थी। घटनास्थल से पुलिस को खाली कारतूस भी मिला। मकान मालिक वसीम मेमन ने बताया कि गोली की आवाज से पूरा परिवार सहम गया। एक गोली दुकान के शटर पर और दूसरी मुख्य दरवाजे पर लगी।
कोर्ट केस से जुड़ा विवाद
वसीम मेमन ने संदेह जताया था कि यह हमला उनके छोटे भाई से जुड़े कोर्ट केस विवाद के कारण हो सकता है। घटना की सूचना मिलते ही एसपी सिद्धार्थ तिवारी मौके पर पहुँचे और फोरेंसिक जांच कराई गई।
केवल 10,000 में दी गई सुपारी
जांच में सामने आया कि इस फायरिंग की सुपारी मात्र ₹10,000 में दी गई थी। पहले योजना थी कि पीड़ित तोफिक के पैर में गोली मारी जाए, लेकिन बाद में पूरा कांट्रैक्ट बदलकर घर पर फायरिंग करवाई गई। इसके लिए विशेष रूप से यूपी से शूटर बुलाया गया था।
पुलिस को बड़े खुलासों की उम्मीद
मुख्य साजिशकर्ता शक्तिदास की गिरफ्तारी से पुलिस को भरोसा है कि पूरे नेटवर्क का खुलासा होगा। पूछताछ जारी है और आने वाले दिनों में कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं।