छत्तीसगढ़

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी डे पर गुजरात मे रिखी क्षत्रिय और उनका समूह छत्तीसगढ़-बस्तर की झांकी संग गौर नृत्य की प्रस्तुति देंगे

भिलाई । प्रख्यात लोकवाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय व उनका समूह छत्तीसगढ़ बस्तर की तरक्की को गौर नृत्य के माध्यम से समूचे देश को दिखाएगा। स्वतंत्र भारत के प्रथम गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जन्म जयंती के आयोजनों की श्रृंखला में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम स्टैच्यू ऑफ यूनिटी एकता नगर गुजरात में 31 अक्टूबर को होने जा रहा है।

खास बात यह कि इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी रहेगी। यहां देश भर से 7 राज्यों के चुनिंदा सांस्कृतिक दलों को आमंत्रित किया गया है। जिसमें लोकवाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय और उनका समूह छत्तीसगढ़-बस्तर की झांकी संग गौर नृत्य की प्रस्तुति देगा। रिखी व उनका समूह बुधवार को भिलाई से गुजरात के लिए रवाना हो गया है।

 

उल्लेखनीय है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के दो साल के समारोह की शुरुआत पिछले वर्ष 31 अक्टूबर 2024 को हुई थी। इसी कड़ी में इस वर्ष 31 अक्टूबर को भव्य आयोजन होने जा रहा है।

इस झांकी के साथ रिखी क्षत्रिय का समूह गुजरात में 02 नवम्बर तक एकता नगर, गुजरात में रहेगा। छत्तीसगढ़ शासन की ओर से इस संबंध में रिखी क्षत्रिय के नाम पत्र जारी किया गया है। जिसके मुताबिक जनसंपर्क संचालनालय की ओर से सहायक जनसंपर्क अधिकारी तेज बहादुर सिंह भुवाल टीम लीडर होंगे।

रक्षा/गृह मंत्रालय की समिति ने किया है चयन

गुजरात में प्रदर्शित होने वाली छत्तीसगढ़ राज्य की झांकी की थीम ‘’बस्तर की धरती-संस्कृति, सृजन और प्रगति की गाथा” है। इसका चयन रक्षा/गृह मंत्रालय भारत सरकार की विशेषज्ञ समिति ने किया है। इस महत्वपूर्ण अवसर को देखते हुए रिखी क्षत्रिय व उनकी टीम ने भी खूब मेहनत की है।

 

कुहूकी कला ग्राम मरोदा सेक्टर में इस विशेष प्रस्तुति के लगातार अभ्यास चलता रहा। रिखी क्षत्रिय ने बताया कि झांकी में गौर नृत्य की प्रस्तुति होगी, जिसके लिए वहां जाने वाले दल के सभी कलाकारों ने तैयारी की है।

गुजरात जाने वाले कलाकारों में प्रदीप ठाकुर बालोद, भीमेश सतनामी बेमेतरा, सुनील कुमार बालोद, पारस रजक कैंप दो भिलाई, वेद प्रकाश बालोद, प्रियंका साहू कुम्हारी दुर्ग, हेमा पाटन, तुलसी ध्रुव भिलाई चरोदा, लीना ध्रुव भिलाई चरोदा, नेहा देवांगन कैंप-2 और सीमा विश्वकर्मा कलंगपुर बालोद शामिल हैं।

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