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छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष बनवारीलाल अग्रवाल का निधन, राजनीतिक जगत में शोक की लहर

 

कोरबा।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में सादगी, सौम्यता और जनसेवा के प्रतीक रहे पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बनवारीलाल अग्रवाल का आज निधन हो गया।
लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे अग्रवाल ने अंतिम सांस ली। उनके निधन से पूरे प्रदेश के राजनीतिक एवं सामाजिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।

बनवारीलाल अग्रवाल छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले उपाध्यक्ष थे।
वे कोरबा जिले के कटघोरा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने जनसंघ के समय से की थी और हमेशा सादगी, ईमानदारी व निष्पक्षता को प्राथमिकता दी।

राजनीति में आने से पहले वे पेशे से वकील थे। रायपुर विश्वविद्यालय से एम.एससी., बी.एड. और एलएलबी की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने जनता के अधिकारों की रक्षा को अपना उद्देश्य बनाया।
उनका जनसंपर्क अत्यंत व्यापक था और वे गरीब-मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने वाले नेताओं में गिने जाते थे।

भाजपा संगठन में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
छत्तीसगढ़ के गठन के बाद उन्होंने विधानसभा के प्रथम उपाध्यक्ष के रूप में गरिमा पूर्ण भूमिका निभाई और संसदीय परंपराओं को नई दिशा दी।

उनके निधन पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सांसद, विधायक, पार्टी कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है।


परिवार का शोक संदेश

वरिष्ठ नेता बनवारीलाल अग्रवाल के भतीजाओं —
दिव्यानंद अग्रवाल (डब्बू), परमाननंद अग्रवाल और हितानन्द अग्रवाल (हित्तू), पूर्व नेता प्रतिपक्ष व मौजूदा एनआईसी सदस्य ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि “चाचा जी ने हमेशा परिवार और समाज दोनों को जोड़ा। उनका जीवन हम सबके लिए प्रेरणास्रोत रहेगा।”

परिवार के अनुसार अंतिम संस्कार कोरबा के मोतीसागर पारा में किया जाएगा, जहां अंतिम दर्शन हेतु उनके पार्थिव शरीर को रखा गया है। सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने पहुँच रहे हैं।

“जनसेवा की मिसाल बनवारीलाल अग्रवाल का जाना छत्तीसगढ़ की राजनीति के एक युग का अंत है।”
ग्राम यात्रा छत्तीसगढ़ न्यूज़ परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि।

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