
जिले के भिभौरी गांव में देह व्यापार की गतिविधियों से त्रस्त ग्रामीणों ने जब आवाज बुलंद की, तो पुलिस हरकत में आई। लंबे समय से चल रही अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ ग्रामीणों की शिकायत पर सहसपुर लोहारा पुलिस ने दबिश देकर दो महिलाओं को गिरफ्तार किया और न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया। इस कार्रवाई से न सिर्फ गांव का माहौल सुधरने की उम्मीद जगी है, बल्कि समाज विरोधी तत्वों को भी एक कड़ा संदेश गया है कि अब खामोशी नहीं, कार्रवाई होगी।
Kabirdham News: कबीरधाम। जिले के सहसपुर लोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम भिभौरी में देह व्यापार की बढ़ती गतिविधियों से तंग आकर ग्रामीणों ने आखिरकार पुलिस का दरवाजा खटखटाया। गांव की दो महिलाओं पर देह व्यापार संचालित करने का आरोप लगा, जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
बच्चों पर पड़ रहा था गलत असर”, ग्रामीणों ने दर्ज कराई शिकायत
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में स्थित एक घर में रोज़ नए–नए अजनबी पुरुषों की आवाजाही हो रही थी। देर रात तक चलने वाली गतिविधियों ने महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को मानसिक रूप से असहज कर दिया था। सामाजिक ताना–बाना बिगड़ता देख ग्रामवासियों ने इस संदिग्ध गतिविधि की लिखित शिकायत पुलिस से की।
दबिश में अनीता और अंजू गिरफ्तार, BNS की धाराओं में मामला दर्ज
शिकायत की पुष्टि होते ही 11 जुलाई की सुबह पुलिस टीम ने भिभौरी गांव में दबिश दी और मौके से दो महिलाओं —
• अनीता पिता राजू पाटले (उम्र 21 वर्ष)
• अंजू सतनामी पिता बन चकना (उम्र 31 वर्ष)
— को हिरासत में लिया। प्रारंभिक पूछताछ में देह व्यापार में संलिप्तता के प्रमाण मिलने के बाद दोनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 170/126, 135(3) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर एसडीएम न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। न्यायालय ने उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश दिए।
SP धर्मेंद्र सिंह के निर्देश पर कार्रवाई, पुलिस का कड़ा संदेश
पूरे मामले में एसपी धर्मेंद्र सिंह छवई के निर्देशन में त्वरित कार्रवाई की गई।
कार्यवाही का नेतृत्व एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र बघेल, एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी और निरीक्षक पंकज पटेल की टीम ने किया।
पुलिस ने स्पष्ट किया कि जिले में किसी भी प्रकार की समाज विरोधी और अनैतिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस द्वारा जारी बयान में कहा गया,
“समाज को खोखला करने वाले ऐसे अपराधों के खिलाफ कबीरधाम पुलिस की कार्यवाही जीरो टॉलरेंस नीति पर आधारित है।”
पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है। बुजुर्गों और महिलाओं ने कहा कि पुलिस ने समय पर हस्तक्षेप कर गांव को एक बड़ी सामाजिक बीमारी से बचा लिया। अब ग्रामीणों को उम्मीद है कि इस तरह की गतिविधियों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जाएगा।
