छत्तीसगढ़

अपोलो अस्पताल पर आयुष्मान कार्ड से इलाज न करने का विवाद: विधायक सुशांत शुक्ला ने दी कड़ी चेतावनी

बिलासपुर: बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने फिर से अपोलो अस्पताल प्रबंधन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि उन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत पीड़ित मरीजों का इलाज सुनिश्चित करना होगा। उनका कहना है कि, “जमीन सरकार की है, बिल्डिंग एसईसीएल की है, तो शर्तें अपोलो की कैसे चल सकती हैं।”

गत 3 दिसंबर को अपोलो अस्पताल में आयुष्मान कार्ड से इलाज न होने की शिकायतों पर विधायक सुशांत शुक्ला ने अपोलो प्रबंधन से बैठक की थी। बैठक में जब उन्होंने अस्पताल की इस नीति पर सवाल उठाए, तो प्रबंधन संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाया। इस पर विधायक ने कड़ा रुख अपनाते हुए चेतावनी दी थी कि यदि अस्पताल प्रबंधन आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज शुरू नहीं करता, तो उन्हें जमीन और भवन खाली करना पड़ेगा।

विधायक की चेतावनी के बावजूद अपोलो प्रबंधन ने अब तक आयुष्मान योजना के तहत इलाज शुरू नहीं किया है। इसे लेकर क्षेत्रीय जनता में नाराजगी बढ़ रही है। लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या अब भी उन्हें इलाज के लिए अपनी जमीन-जायदाद बेचनी पड़ेगी?

सुशांत शुक्ला के बयान से जनता को उम्मीद है कि जल्द ही आयुष्मान योजना का लाभ उन्हें मिलेगा। उन्होंने एक बार फिर कहा कि अपोलो को गरीब और जरूरतमंद मरीजों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। उन्होंने साफ किया कि क्षेत्र की जनता को उनके अधिकार से वंचित रखना किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

विधायक सुशांत शुक्ला ने फिर कहा, “यह स्थिति बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अपोलो प्रबंधन को गरीबों के इलाज के लिए आगे आना होगा। यदि वे आयुष्मान योजना के तहत इलाज नहीं करते, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

विधायक के सख्त रुख के बावजूद, अपोलो प्रबंधन का अब तक का रवैया सवालों के घेरे में है। जनता को उम्मीद है कि प्रशासन और विधायक मिलकर इस समस्या का समाधान निकालेंगे, ताकि उन्हें उनके अधिकार का लाभ मिल सके।

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