कोरबा। छग राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के प्लान ऑफ एक्शन के अनुसार सत्येन्द्र कुमार साहू, प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन एवं निर्देशानुसार 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर जिला न्यायालय परिसर में पौधारोपण और विधिक जागरूकता कार्यक्रम किया गया।
इस अवसर पर ओंकार प्रसाद गुप्ता, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय विशेष तौर पर उपस्थित थे। जयदीप गर्ग, विशेष न्यायाधीश (एस्ट्रोसिटी एक्ट) ने कहा कि अपने आप से पूछिये कि हम विकास की अंधी दौड़ में शामिल हो चुके हंै। हमारे घर पहले 14 इंची मिट्टी के दीवाल के होते हंै, जिसमें हम चूने की पोताई करते थे, और एक दूसरे का घर आपस में जुड़ा रहता था। केवल एक ही मकान में धूप आती थी और बाकी मकानों में धूप कम आती थी जिससे गर्मी कम लगती थी। वर्तमान में आज सभी का सिंगल मकान होता है, जिसमें चारों तरफ से खुला रहता है और उसकी छते भी सीमेंट के होने के कारण गर्मी अधिक लगती है। वर्तमान में हम आवश्यकता से अधिक जमीन खरीद कर पेड़ पौधों का विनाश कर रहे है, वर्तमान में हम जमीन खरीद कर बड़े-बड़े मकान बना रहे है, फिर गर्मी लगने पर कूलर लगाते है, कूलर कार्य नहीं करता है, तो एसी लगाते है, एसी में विद्युत प्रवाह अधिक होने से विद्युत की आवश्यकता के लिये भारत में कोयले का उत्पादन से बिजली का निर्माण किया जाता है जिससे पर्यावरण बहुत ज्यादा प्रदूषित हो रहा है। हम विकास तो कर रहे है किन्तु इससे पर्यावरण का विनाश भी हो रहा है। वन विभाग के अधिकारियों ने भी अपनी बात रख जागरूक किया। इस अवसर पर पौधारोपण किए गए। कार्यक्रम में श्रीमती ज्योति अग्रवाल अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफ.टी.सी., चन्द्र कुमार अग्रवाल आई.एफ.एस., नूतन सिंह ठाकुर सचिव, जिला अधिवक्ता संघ कोरबा, जितेन्द्र सारथी रेस्क्यू टीम के सदस्य, पी.के. देवांगन प्रशासनिक अधिकारी, मानसिंह यादव चीफ लीगल एड डिफेंस कौंसिल, न्यायालय के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, पैरालीगल वॉलण्टियर्स उपस्थित थे। कु. डिम्पल सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने कार्यक्रम का संचालन किया।