बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के दिए निर्देश
आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए चलेगा महाभियान
कलेक्टर ने समय-सीमा की बैठक में दिए निर्देश
कोरबा। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने समय सीमा की बैठक में राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सीमांकन प्रकरणों के निराकरण की समयावधि पूर्ण होने को है। धान की फसल लगने के बाद सीमांकन प्रकरणों का निराकरण नहीं हो सकेगा। इसलिए सभी तहसीलदार इन प्रकरणों की गहन समीक्षा करके सीमांकन के प्रकरणों को यथाशीघ्र प्राथमिकता से निराकरण करें। उन्होंने बैठक में स्कूल जतन योजना, आयुष्मान कार्ड योजना, रीपा कार्य, गोधन न्याय योजना, वन अधिकार पत्र, जाति प्रमाण पत्र, सहित लंबित राजस्व प्रकरणों की गहन समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बारिश को देखते हुए जिला स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने एवं तहसीलों में वर्षा मापी यंत्र लगाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि धान की गिरदावरी हेतु सभी आवश्यक तैयारियां अभी से पूर्ण कर ली जाए, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। इसके साथ ही उन्होंने डुबान क्षेत्रों में फसल लेने वाले किसानों का पंजीयन भी करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में आयुष्मान कार्ड से वंचित हितग्राहियों के वृहद स्तर पर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए जुलाई के प्रथम सप्ताह में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाने हेतु निर्देशित किया। कलेक्टर ने स्कूल जतन योजना अंतर्गत स्कूल, शाला भवनों की मरम्मत एवं सुधार कार्यों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी एवं ईई आरईएस को निर्देश दिए कि सभी स्कूल भवनों में मरम्मत कार्य शीघ्र पूर्ण कर ली जाए। कलेक्टर ने जिले में बनाए जा रहे स्कूली जाति प्रमाण पत्र के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए स्कूलों में संकुल स्तर पर शिविर लगाएं जाएं, जहां पर संबंधित पटवारी आवश्यक दस्तावेज, वंशावली आदि लेकर उपस्थित रहें।
उन्होंने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए ग्रामीण, शहरी सभी गौठानों में नियमित गोबर खरीदी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजनांतर्गत सभी गौठानों में प्रत्येक पखवाडे़ में 30 क्ंिवटल गोबर खरीदी होना चाहिए। इस हेतु सभी जनपद सीईओ गंभीरता से कार्य करेे। पशुपालकों एवं किसानों को गोबर विक्रय केे लिए प्रोत्साहित करें। साथ ही समितियों में किसानों को प्राथमिकता से जैविक खाद विक्रय करने की बात कही। इस हेतु गौठानों में निर्मित्त जैविक खाद का सहकारी समितियों के माध्यम से प्राथमिकता से उठाव कराने एवं किसानों को जैविक खाद से होने वाले लाभ की जानकारी देते हुए उन्हें वर्मी खाद क्रय करने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए कहा। कलेक्टर ने सहायक परियोजना अधिकारी मनरेगा को निर्देशित किया कि जिले में पूर्ण किए गए अमृत सरोवरों में से कम से कम 25 अमृत सरोवर को आदर्श सरोवर के रूप में विकसित किया जाए, जिसमें सभी जल संरचनाएं पूर्ण तथा मानक स्तर की हों। उन्होंने एनआरएलएम को निर्देशित किया कि स्कूल, आंगनबाड़ी, हॉस्टल आश्रम, स्वास्थ्य केन्द्रों में स्व-सहायता समूह के हसदेव रूरल मार्ट के माध्यम से खाद्य एवं अन्य आवश्यक सामग्री सप्लाई की जाए। कलेक्टर ने दर्री बरॉज में एकत्र हुए जलकुम्भी को हटाने सार्वजनिक उपक्रमों से समन्वय स्थापित कर अभियान चलाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने सभी विभागीय निर्माण एजेंसियों को निर्देशित किया कि रीपा के तहत तैयार किए जा रहे गोबर पेंट, चैन लिंक, पेवर ब्लॉक, फ्लाई ऐश ब्रिक्स का उपयोग निर्माण कार्यों में प्राथमिकता से करें। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की समीक्षा करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी सर्व जनपद पंचायत को निर्देश दिए कि अधूरे आवासों को शीघ्र ही पूर्ण किया जाए। साथ ही सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग को व्यक्तिगत एवं सामुदायिक वन अधिकार पत्रों को शीघ्र ही पूर्ण करके पात्र हितग्राहियों को वितरण कराने के लिए कहा। इस हेतु लंबित प्रकरणों का ग्राम सभा एवं अनुभाग स्तर से अनुमोदन कराकर एवं जिला स्तरीय समिति के अनुमोदन के लिए प्रेषित करने के लिए कहा। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री विश्वदीप, अपर कलेक्टर श्री प्रदीप साहू एवं विजेंद्र पाटले, निगम आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय, डीएफओ कटघोरा श्रीमती प्रेमलता यादव सहित सभी एसडीएम एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।