गुरू का संदेश जन-जन तक पहुंचा रहा सतनामी समाज
कोरबा। आज से 266 साल पहले गुरू घासीदास का जन्म इसीलिए हुआ था कि लोग आपसी भेदभाव को भूलकर मनखे-मनखे एक समान रहें। गुरू ने सत्य की राह में हम सबको चलना सिखाया और उनके संदेशों को समाज के लोग जन-जन तक पहुंचा रहे हंै। बाबा के बताए मार्ग पर चलकर राज्य और देश विकास के रास्ते पर अग्रसर है। हम सभी को उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए।
उक्ताशय के उद्गार गुरूघासीदास जयंती के अवसर पर सतनामी कल्याण समिति द्वारा आयोजित हो रहे 3 दिवसीय गुरूपर्व आयोजन के दूसरे दिन मुख्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महापौर राजकिशोर प्रसाद ने व्यक्त किए। महापौर सहित कार्यक्रम अध्यक्ष ईडी एसके बंजारा, विशिष्ट अतिथि अपर कलेक्टर विजेन्द्र पाटले, एसडीएम सीमा पात्रे, नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल, भाजपा के पूर्व महामंत्री नवीन पटेल, बसपा जिलाध्यक्ष फूलचंद सोनवानी, सिस्टा के अध्यक्ष आरपी खाण्डे, तहसीलदार केके लहरे, जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज ने गुरू घासीदास के छायाचित्र के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों ने जैतखाम की भी पूजा-अर्चना की। समिति के उपाध्यक्ष विजय दिवाकर व राज महंत संतदास दिवाकर ने जैतखाम पर पालो (ध्वज) चढ़ाया। मंचीय कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष यूआर महिलांगे ने समाज की गतिविधियों व आयोजन की जानकारी देते हुए सतनाम प्रांगण में किचन शेड और भोजन की बैठक व्यवस्था की मांग रखी। महापौर राजकिशोर प्रसाद ने अपने उद्बोधन के दौरान किचन शेड निर्माण की घोषणा की जिसका उपस्थितों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। कार्यक्रम में अनिकेत पाटले, रामचन्द्र पाटले, विनोद डहरिया, दयाराम बघेल, धर्मेद्र कोसले, विजय आदिले, त्रिवेन्द्र आदिले, नारायण कुर्रे, आरडी भारद्वाज, डॉ. जेके लहरे, श्रीमती सुनीता पाटले, पुष्कर आदिले, डॉ. गोपाल कुर्रे, केपी पाटले, यशवंत जोगी, एसआर अंचल, टीआर कुर्रे, सुरेश बंजारे, विरेन्द्र टंडन, अशोक पाटले, एडी जोशी, संतदास दिवाकर, कीर्तन लाल डहरिया, बरुण धृतलहरे, मीडिया प्रभारी नरेन्द्र कुमार रात्रे, दादूलाल मनहर सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।
0 समरसता का संदेश दिया सांस्कृतिक कार्यक्रमों से
आयोजन स्थल सतनाम प्रांगण में पंथी नृत्य के जरिए समरसता का संदेश दिया गया। समाज के बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। रोहित डहरिया पामगढ़ द्वारा संदेश गुरूवाणी की प्रस्तुति दी गई। गंगा पंथी पार्टी सक्ती, श्रीमती समय बाई शास्त्री देवी खाण्डेल ग्राम कोहका एवं लोककला संस्था लाली, मुख्य कलाकार बीआर सुमन द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने उपस्थितों को मंत्रमुग्ध किया।