छत्तीसगढ़ सेंटर न्यूज़ / शशिकांत. डिक्सेना / दिल्ली
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी करीब दो महीने से एम्स में भर्ती थे. वाजपेयी के निधन की खबर आने के बाद ही कई राज्यों के मुख्यमंत्री दिल्ली पहुंचे
पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) अब इस दुनिया में नहीं रहे. नई दिल्ली के एम्स में लंबे इलाज के दौरान 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया है. वाजपेयी के निधन की खबर के साथ ही पूरे देश में शोक की लहर है. भारतीय जनता पार्टी ने देश में अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है.
गुरुवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत बीजेपी के सभी बड़े नेताओं ने एम्स पहुंच उनका हाल जाना था.
बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी डिमेंशिया नाम की गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे और 2009 से ही व्हीलचेयर पर थे. कुछ समय पहले भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया था.
अटल बिहारी वाजपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा सदस्य चुने गए थे. वो बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूर्ण करने वाले पहले और अभी तक एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता हैं. 25 दिसंबर, 1924 में जन्मे वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए 1942 में भारतीय राजनीति में कदम रखा था.