स्वामी भजनानंद आश्रम केंदई में 10 दिवसीय अनुष्ठान का हुआ समापन
कोरबा। स्वामी भजनानंद सेवा आश्रम केंदई में ब्रम्हलीन स्वामी शारदानंद सरस्वती महाराज की उपस्थिति में प्रारंभ हुआ 42वां विष्णु महायज्ञ व 10 दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम का समापन रविवार को वनवासी निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह के साथ हुआ। इस दौरान 58 वनवासी जोड़े परिणय सूत्र में बंधे।
सामूहिक विवाह में सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, जशपुर, कोरबा व बलरामपुर जिलों से आए 58 जोड़े परिणय सूत्र में आबद्ध हुए जिसमें महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती, महाराज महामंडलेश्वर विशोकानंद भारती के साथ उपस्थित लोगों ने सफल जीवन का आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर कन्यादान करने के लिए प्रत्येक जोड़े के साथ भक्त स्वरूप यजमान पूजन मंडप पर बैठे थे। यजमानों ने अभिभावक बनकर वर-वधु को विश्वास दिलाया कि वे ताउम्र उनके अभिभावक के जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। विवाह की सभी रस्में पूरी होने के बाद उपस्थित जोड़ों ने महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती महाराज, स्वामी विशोकानंद भारती महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। महराज ने सभी वर वधु को आशीर्वाद स्वरूप सायकल, नगद राशि, जरूरत के कपड़े, मंगलसूत्र, बर्तन बिछिया, गड्ढे, पायल, सोने के टाप, जूते, चप्पल, पेटी, साड़ी सहित गृहस्थी के सभी सामानों के साथ प्रमाण पत्र प्रदान किया। 10 मार्च से शुरू हुए 42वां विष्णु महायज्ञ में प्रतिदिन दोनों समय भंडारे की व्यवस्था महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती महाराज के द्वारा आश्रम में की गई थी। समापन दिवस पर हजारों की संख्या में उपस्थित भक्तों ने प्रसाद स्वरूप भोजन ग्रहण किया।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पाली-तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा शामिल हुए। उन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद दिए तथा प्रत्येक जोड़े को 500-500 रुपये भेंट प्रदान किये। विधायक के साथ गौ सेवा आयोग के सदस्य प्रशान्त मिश्रा, विधायक प्रतिनिधि एवं जनपद सदस्य भोला गोस्वामी, बजरंग पैकरा, वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता पवन शर्मा, लक्ष्मी अग्रवाल तथा कांग्रेस कार्यकर्ता सहित वर-वधु के परिजन उपस्थित रहे।