शासकीय नौकरी की तैयारी के लिए उपयोगी पुस्तकें और अन्य सामग्री खरीदने मिल रही मदद

कोरबा। रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं के लिए छत्तीसगढ़ शासन की बेरोजगारी भत्ता योजना एक सुखद सहारा बनी है। प्रदेश के ऐसे युवा जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से उन्हें प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी सहित अन्य खर्चे उठाने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है, इस योजना के तहत मिली राशि से वे अपनी जरूरतें पूरी कर पा रहे हैं। यह योजना अनेक युवाओं के भविष्य को एक नया आयाम देने में सहायक बन गया है।
कोरबा शहरी क्षेत्र स्थित काशीनगर की रहने वाली सुश्री राजलक्ष्मी राठौर ने बताया कि वह एमएससी बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद शासकीय नौकरी प्राप्त करने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। अभी वह यूजीसी नेट, शिक्षक भर्ती परीक्षा सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही हैं। उनकी इच्छा है कि एक अच्छी नौकरी हासिल कर परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में अपने पिता का सहयोग करें एवं अपने माता-पिता का नाम रौशन करें, लेकिन उनके परिवार की आर्थिक स्थिति उनके इरादों के बीच रुकावट बन रही थी। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में 4 सदस्य है। उनके पिता एक स्टाम्प वेंडर हैं, उनकी आय बहुत कम है। साथ ही घर में उनके पिता ही एक मात्र कमाने वाले सदस्य है। उनकी आय से घर की दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ परिवार की सदस्यों की जरूरतें पूरी करने में ही खर्च हो जाती है। जिसके कारण वे अपने पिता से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु पाठ्य सामग्री एवं अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा नहीं लेना चाहती थी। इससे उन्हें परीक्षा की तैयारी करने में बहुत बाधाएं आ रही थी। राजलक्ष्मी कहती है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बेरोजगारी भत्ता योजना प्रारम्भ करने से गरीब एवं बेरोजगार युवाओं में शासकीय नौकरी की तैयारी के लिए उम्मीद की एक  नई किरण जगी है। उन्होंने कहा कि शासन की यह योजना युवाओं के लिए बहुत मददगार है। उन्हें इस माह 2500 रूपए बेरोजगारी भत्ता मिल गया है। जिसका उपयोग वह शासकीय नौकरी की तैयारी के लिए उपयोगी पुस्तकें और अन्य समान खरीदने में करेगी।
इसी प्रकार रामपुर के रहने वाले शुभाशीष ने बताया कि उन्हें योजनांतर्गत 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता प्राप्त हुआ है। उसने बताया कि यह योजना गरीब परिवार के युवाओं के लिए बहुत ही लाभकारी है। बेरोजगार युवा परिवारिक स्थिति को ध्यान में रखकर अपनी एवं परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए छोटे-छोटे व्यवसायों या रोजी मजदूरी का कार्य करने लग जाते हैं। जिससे उनके हाथ से शासकीय नौकरी की तैयारी करने का मौका निकल जाता है। प्रदेश सरकार की बेरोजगारी भत्ता योजना से ऐसे पिछड़े परिवार के युवा अब अपना पूरा ध्यान प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगा सकेंगे। योजना से मिली राशि से वे परीक्षा के लिए जरूरी किताबें खरीदने एवं कोचिंग क्लास ज्वाइन कर अपनी तैयारी को और बेहतर कर सकेंगे। सभी हितग्राहियों ने युवा बेरोजगारों की समस्याओं को समझकर उनकी परेशानियो को दूर करने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल  को धन्यवाद ज्ञापित किया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 01 अप्रैल से शिक्षित बेरोजगारों को 2500 रूपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जा रहा है।  जिले के  कुल 2679 हितग्राहियों के खाते में बेरोजगारी भत्ता  योजनांतर्गत राशि अंतरित की गई है।

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