रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : शारदीय नवरात्रि का आज पहला दिन है. नवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए प्रशासन की जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार मंदिरों में भक्तों के लिए दर्शन की व्यवस्थाएं की गई हैं. रायपुर के प्राचीनतम मंदिर में से एक महामाया मंदिर में इस साल कोई बड़ा आयोजन नहीं हो रहा है. हर साल मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालु सैकड़ों की संख्या में पहुंचा करते थे, लेकिन संक्रमण की वजह से अब कम संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं.
मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस साल आरती का समय बदल दिया गया है. इस बार किसी भी श्रद्धालु को गर्भ गृह में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. सभी भक्त मंदिर के बाहर प्रांगण से ही माता रानी के दर्शन करेंगे. मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंदिर में दोनों समय आरती का समय बदला गया है. सुबह 7.30 से 8 के बीच आरती हो जाएगी. आरती के दौरान भक्तगण मौजूद नहीं रहेंगे. आरती मंदिरों के पुजारी ही करेंगे. सुबह 8 बजे से लेकर 11 और शाम को 4 बजे से लेकर 7 बजे तक भक्त मंदिर में दर्शन करने आ सकते हैं.
महामाया मंदिर
नहीं आयोजित किए जाएंगे कार्यक्रम
नवरात्रि के दौरान महामाया मंदिर में विभिन्न प्रकार के आयोजन किए जाते थे. इनमें भोज भंडारा, जसगीत, भजन हुआ करते थे, लेकिन इस साल संक्रमण को ध्यान में रखते हुए किसी भी तरह के कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गए हैं. मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी, लेकिन कोई बड़े कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे. मंदिर प्रांगण में आने वाले भक्तों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए दर्शन की व्यवस्था की गई है. साथ ही लोगों के खड़े होने के लिए गोल घेरा किया गया है, ताकि लोगों की दूरी बने रहे.
मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं ने बताया कि हर साल परिवार के साथ पूजा-अर्चना करने के लिए वे पहुंचते थे, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से बहुत चीजें प्रभावित हुई हैं. उन्होंने कहा कि माता रानी का आशीर्वाद है, जो आज वे सही-सलामत दर्शन करने पहुंचे हुए हैं. गर्भगृह ही के अंदर तो नहीं जा पा रहे हैं, लेकिन उत्साह बरकरार है और आस्था में कोई कमी नहीं है.