रायपुर। डीजल-पेट्रोल की कीमतों में लगातार इजाफे के बाद भी यात्री बसों का किराया नहीं बढ़ाने से आर्थिक रूप से परेशान हो रहे राज्यभर के बस मालिकों ने मंगलवार को राजधानी में आपात बैठक की।

बैठक में यह तय किया गया कि प्रति किलोमीटर 1रुपए 25 पैसे किराया राज्य सरकार बढ़ाने की घोषणा करे, नहीं तो आने वाले दिनों में बस का संचालन करना मुश्किल हो जाएगा। बस मालिकों ने विधानसभा चुनावी साल में बस का किराया नहीं बढ़ाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी भी दी है।

बैठक में किराया वृद्धि को लेकर मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह, परिवहन मंत्री, परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष से भी मुलाकात कर अपनी मांग रखने का फैसला लिया गया।

तेलीबांध स्थित होटल पार्क दी जोन में बस ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष अनिल पुसदकर के बुलावे पर मंगलवार दोपहर प्रदेशभर के बस मालिक आपात बैठक करने एकत्र हुए। बैठक में डीजल-पेट्रोल के दाम में लगातार वृद्धि का मुद्दा उठाते हुए बस मालिकों ने कहा कि डीजल के दाम बढ़ने के बाद भी बसों का किराया सालों से यथावत है।

राज्य सरकार से कई बार किराया वृद्धि की मांग की गई, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में शासन-प्रशासन सुरक्षा बलों, मतदानकर्मियों को लाने-ले लाने के लिए हजारों की संख्या में बसों का अधिग्रहण करेगा। ऐसे में निर्वाचन आयोग का ध्यान किराया वृद्धि कर जल्द से जल्द भुगतान की मांग करेगा।

सभी के दाम बढ़े पर किराया यथावत, नुकसान की भरपाई किराया वृद्धि से

बस मालिकों ने बैठक में कहा कि बढ़ा हुआ किराया नहीं मिलने से आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। कई मालिकों ने तो बसों का संचालन तक बंद कर दिया है। डीजल के अलावा टायर, स्पेयर पार्ट्स के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं। लिहाजा बस मालिक यात्री किराया में वृद्धि कर उस नुकसान की भरपाई करने की कोशिश में है, ताकि उनका कारोबार पटरी पर आ सके और आर्थिक नुकसान का सामना किसी को न करना पड़े।

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