छत्तीसगढ़ प्रदेश की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके से रायपुर राजभवन में छग राज्य कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (अपेक्स) के पूर्व अध्यक्ष व भारतीय जनता पार्टी कोरबा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र पांडेय ने सौजन्य भेंट की. इस अवसर पर महामहिम व देवेंद्र पांडेय के बीच प्रदेश से जुड़े विभिन्न विषयो पर विस्तार से चर्चा हुई. जानकारी के मुताबिक़ देवेंद्र पांडेय ने राज्यपाल अनुसुइया उइके को कोरबा प्रवास का आमंत्रण दिया है जिसपर उन्होंने जनवरी माह में कोरबा प्रवास का आश्वासन दिया हैं.
देवेंद्र पांडेय के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक़ उन्होंने महामहिम से प्रदेश के कल्याण, विकास के अलावा आरक्षण और पेशा कानून जैसे विषयों पर चर्चा हुई. देवेंद्र पांडेय ने महामहिम को अनुसूचित क्षेत्रो में संचालित उद्योगों द्वारा वहां के मूलनिवासियों की हो रही उपेक्षाओ के बारे में भी बताया. उन्होंने मांग किया की प्रदेश के उद्योगों में आउटसोर्सेज को बंद कर स्थानीय लोगो को रोजगार मुहैया कराया जाए. श्री पांडेय ने महामहिम से रोस्टर अनुरूप आदिवासियों को उनकी जनसंख्यानुसार आरक्षण का कोटा तय कराने की मांग की. इसके अतिरिक्त पेशा कानून के संबंध में भी अपनी आपत्तियों को सामने रखा. उन्होंने पेशा कानून को अधिक मजबूत किये जाने और अनुसूचित क्षेत्रो में इन्हे कड़ाई से लागू कराये जाने की मांग की.
देवेंद्र पांडेय ने बस्तर और सरगुजा क्षेत्रो में भी आदिवासियों के अधिकारों के हनन से जुड़े विषयो पर भी बात की. विशेषरूप में कोरबा क्षेत्र में निवासरत राष्ट्रपति के दत्तकपुत्र संरक्षित कोरवा समुदाय की बुनियादी जरूरतों, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पेयजल और आवासीय सुविधाओं के बारे में चर्चा की. देवेंद्र पांडेय ने बताया की कोरबा क्षेत्र में कोरवा जनजाति का बड़ा वर्ग आज भी वनअधिकार से वंचित है जबकि वनोपज उनके आय का एकमात्र साधन हैं. औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और नए सर्वे से उनके सामने आजीविका की समस्या आ खड़ी हुई हैं. इसका समाधान जरूरी हैं. इसके अतिरिक्त वन्यक्षेत्रो में इन्हे वन्यप्राणियों के हमले से जनधन की हानि हो रही हैं.
इन विषयो के आलावा श्री पांडेय ने महामहिम राज्यपाल से नक्सल उन्मूलन के साथ आदिवासी बाहुल्य इलाको में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने व कानून-व्यवस्था मजबूत करने के लिए राज्य सरकार को निर्देशित करने की अपील की.