कोरबा। कुआंभट्टा स्थित विवेकानंद सेवा सदन में मातृछाया के एक शिशु को अपना घर मिला। नि:संतान दंपति ने नियमों के अनुरूप उसे गोद लिया। हर किसी ने अब तक बेसहारा रहे शिशु को माता-पिता व परिवार का आश्रय मिलने पर संतोष जाहिर किया और शिशु के उज्ज्वल भविष्य एवं सुखी जीवन की कामना की गई।
सेवा भारती, कोरबा द्वारा संचालित मातृछाया (विशेषीकृत दत्तक ग्रहण) में दंपत्ति को विधिवत गोदभराई की रस्म अदा कर शिशु प्रदान किया गया। मातृछाया में सामाजिक एवं अन्य कारणों से त्यागे गए नवजात शिशुओं का पालन-पोषण किया जाता है। इस दत्तक ग्रहण कार्यक्रम में डॉ. आभा थवाईत, डॉ. रमेश थवाईत, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनीष शर्मा, विद्या भारती के प्रांतीय अध्यक्ष जुड़ावान सिंह ठाकुर बतौर अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक शर्मा ने किया। इस अवसर पर सेवा भारती के सचिव सुनील जैन, कैलाश नाहक, योगेश जैन, विनोद अग्रवाल, रेखा सिंह, ज्योति बुटोलिया, रश्मि गुप्ता, शोभा अवस्थी आदि उपस्थित रहे।
ऐसे शिशु, जिनकी आयु शून्य से पाँच वर्ष तक की हो, उन्हें उनकी देखरेख और विकास के लिए समर्पित कार्यकर्ता पारिवारिक वातावरण प्रदान कर पोषित होने योगदान देते हैं। जहां एक ओर इन शिशुओं को एक स्नेह भरे परिवार की जरूरत होती है, दूसरी ओर कई नि:संतान दंपति को भी, जिनकी कोई संतान नहीं, उन्हें वात्सल्य प्रेम प्रदान करने नन्हा शिशु चाहिए होता है। ऐसे दंपत्तियों को एक प्रक्रिया के माध्यम से सेवा भारती मातृछाया से नन्हे शिशु गोद दिए जाते हैं।