कोरबा। पहले पिता का साथ छूटा और फिर प्रकृति के कहर से मां मौत के मुंह में समा गई। माता-पिता की मौत के बाद अनाथ हुई चार बेटियों के समक्ष जीवन यापन का संकट उत्पन्न हुआ है। इन्हें आपदा के 4 साल बाद भी आवश्यक सहायता उपलब्ध नहीं हो पाई है। इन बेटियों ने आज जिले के संवेदनशील कलेक्टर संजीव झा के समक्ष उपस्थित होकर जन चौपाल में गुहार लगाई है। सीतामढ़ी निवासी कलिन्द्री यादव पति स्व. राजेन्द्र प्रसाद यादव 36वर्ष पति की मौत के बाद 4 बच्चों का पालन-पोषण रोजी-मजदूरी कर के कर रही थी। 01.04.2018 को आंधी-तूफान में घर का छज्जा गिरने से दबाकर माँ की भी मृत्यु हो गई। माँ की मृत्यु के बाद चारों नाबालिक बच्चे अनाथ हो गई। चारों बच्ची सिम्मी, स्नेहा, मुस्कान, आस्था ने आज कलेक्टर से मिलकर शासन के द्वारा दिए जाने वाले आपदा राशि प्रदान करने की गुहार लगाई। पीड़ितों के मुताबिक उन्होंने एक वकील के माध्यम से राहत राशि के लिए कार्यवाही शुरू कराई थी लेकिन वकील ने भी 3 साल तक मामले को लटकाए रखा और राजस्व विभाग से भी निराकरण में कहीं न कहीं लापरवाही बरती गई।बहरहाल कलेक्टर ने इस संबंध में एसडीएम को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश तो दे दिए हैं। अब देखना है कि 5 साल पुराने इस मामले का निराकरण कितनी तेजी से संबंधित विभाग और अधिकारी करते हैं।