बलरामपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना : हर गांव हर कस्बे के व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके इसलिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण कराया जाता है, जिससे की गांव के व्यक्तियों को इलाज के लिए शहर तक न आना पड़े, लेकिन बलरामपुर जिले के जमुआटाड गांव में केवल खानापूर्ति के लिए भवन का निर्माण शुरू करा दिया गया है जहां छत तो बनकर तैयार है लेकिन कोई स्वास्थ्यकर्मी नजर नहीं आते.
तकरीबन 14 लाख 98 हजार रुपये की लागत से राजीव गांधी सेवा केंद्र भवन का निर्माण किया जा रहा था. 2017-18 से बनाया जा रहा ये भवन अब तक तैयार नहीं हुआ है. ग्रामीणों की माने तो पिछले 1 साल से इस भवन का काम रुका हुआ है. इस अधूरे भवन के आगे न तो कोई बोर्ड लगा है और न ही किसी विभाग की कोई जानकारी लिखी हुई है.गांव के बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को इलाज के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है. कई बार आपातकाल स्थिति में ग्रामीणों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी आश्वासन के अलावा ग्रामीणों को कुछ नहीं मिला.
फंड की कमी से निर्माण अधूरा
सरपंच का कहना है कि फंड की कमी से निर्माण कार्य अधूरा छोड़ना पड़ा है तो जनपद पंचायत के सीईओ की माने तो निर्माण रोका नहीं गया,काम पूरा होने के बाद फंड का भुगतान किया जाएगा. अब आलम ये है कि भवन की दीवारों में दरार पड़ने लगी है. वर्षों से इस स्वास्थ्य केंद्र का इंतजार कर रहे ग्रामीणों को आज भी इलाज के लिए दूर तक चलकर जाना पड़ता है.