कोरबा। एसईसीएल के बल्गी सुराकछार खदान के भूंधसान से प्रभावित किसानों को विगत तीन वर्षों का फसल क्षतिपूर्ति मुआवजा देने की मांग की जा रही है। प्रभावित किसानों के साथ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और छत्तीसगढ़ किसान सभा ने बैठक कर कटघोरा एसडीएम कार्यालय का 21 मार्च को घेराव करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में आज नोटिस कटघोरा एसडीएम सहित जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को थमाया गया।
माकपा जिला सचिव प्रशांत झा और छत्तीसगढ़ किसान सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने बताया कि बलगी कोयला खदान की डि-पिल्लरिंग के कारण सुराकछार बस्ती के किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि भू-धसान के कारण पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। सुराकछार बस्ती के किसानों की भूमि वर्ष 2009 से कृषि कार्य करने योग्य नहीं रह गई है। किसानों को हुए भारी नुकसान को देखते हुए वर्ष 2019-2020 तक का फसल क्षतिपूर्ति व मुआवजा एसईसीएल प्रबंधन को देना पड़ा है। लेकिन इसके बाद वर्ष 2020-21 से वर्ष 2022-23 तक का तीन वर्षों का मुआवजा अभी तक लंबित है। वर्ष 2012 में एसईसीएल प्रबंधन ने खेतों के भूमि समतलीकरण करने का भी आश्वासन दिया था, लेकिन उसने इस पर भी आज तक अमल नहीं किया। सुराकछार बस्ती में हुई बैठक में गणेश राम,मोहर दास,महिपाल सिंह कंवर, पीला दादू, रामायण सिंह, सावित्री चौहान, दूज बाई, झूल बाई,सुमित्रा बाई, बेद कुंवर, सोन कुंवर, बूंद कुंवर, सुधीर,मीरा बाई आदि उपस्थित रहे।