हिमांशु डिक्सेनाकोरबा (पाली):- जिले के पाली थानांतर्गत ग्राम छिंदपानी निवासी युवक बलराम कश्यप को पिछले दिनों एक महिला से छेड़छाड़ के आरोप में भरी पंचायत लोगों ने बेरहमी से पीटा था और सरपँच सचिव की उपस्थिति में पंचायत ने 50 हजार दंड भी लगाया था।जिसके बाद सार्वजनिक रूप से अपमानित युवक ने अपने घर पर फांसी लगा ली।घटना पश्चात आरोपियों द्वारा अपनी बचाव में मृतक के पीड़ित परिवार पर दबाव डालकर अपनी बेगुनाही का इकरारनामा लिखवा लिया था।और पुलिस को बिना सुचना दिए गुपचुप तरीके से जंगल में लाश का दाह संस्कार किया जा रहा था।मुखबिर के माध्यम से घटना की सुचना पाली पुलिस को मिलने उपरान्त पुलिस मौके पर पहुँची और जलती चीता बुझाकर लगभग 90 फीसदी जल चुके लाश अपने कब्जे में ले लिया।जिसे फारेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया।मामले में मृतक के परिजन से कलमबद्ध किये गए बयान के बाद एक दर्जन ग्रामीणों के खिलाफ नामजद अपराध दर्ज किया गया।जिसमें आधा दर्जन ग्रामीण क्रमशः-कुमारीबाई,राधाबाई,रमेश अगरिया,भारतसिंह,सुरेश अगरिया व पंचायत सचिव राजकुमार कश्यप को गिरफ्तार कर गत 13 सितंबर शुक्रवार को पाली स्थित जेएमएफसी न्यायालय में पेश किया गया जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया जबकि आधा दर्जन आरोपी अभी भी फरार है।जिनकी तलाश जारी है।दूसरी और इस घटना की जांच में प्रारंभिक तौर पर ही 40 से अधिक लोगों की संलिप्ता व नाम पुलिस के सामने आया था।लेकिन पुलिस ने महज 12 लोगों को ही आरोपी बनाया।मामले में सूत्र बताते हैं कि उक्त वारदात में संलिप्त अन्य लोगों का नाम हटाने के लिए पुलिस जमकर चंदा बटोरने में लगी हुई हैं जहां ग्रामीण अपना नाम हटवाने के लिए हर संभव प्रयास में लगे हुए हैं और पुलिस के अधिकारी अपने इर्द-गिर्द दलालनुमा घूमने वाले सख्शों के माध्यम से खूब चढ़ावा भी ले रही हैं।जिसमे दो सितारा वाले एक साहब की भूमिका अहम बताई जा रही है।ऐसे में चढ़ावा लिए बिना चले ना काम,पाप मिटावन सीता राम की तर्ज पर लगता है मानो युवक की खुदकुशी के बाद पुलिस की इस मामले में बम्फर लाटरी निकल पड़ी है।

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