आवास खाली कराने कुसमुंडा प्रबंधन की असंवेदनशीलता पर कलेक्टर नाराज
कोरबा। कलेक्टर संजीव झा की जनचौपाल में नागरिकों की समस्याओं का त्वरित निराकरण हो रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को आयोजित जनचौपाल में पोड़ी-उपरोड़ा निवासी बुजुर्ग महिला श्रीमती तुलसीबाई की समस्या का समाधान हो गया। त्रुटिवश एपीएल राशन कार्ड बन जाने से राशन लेने में हो रही परेशानियों से कलेक्टर को अवगत कराया। एपीएल राशन कार्ड निरस्त कर बीपीएल कार्ड बनवाने के लिए निवेदन किया। कलेक्टर ने तत्काल जिला खाद्य अधिकारी को निर्देश दिए। निर्देश के पश्चात तुलसी बाई का बीपीएल राशन कार्ड बना दिया गया।
जनचैपाल में 180 लोगों ने आवेदन प्रस्तुत किए। कलेक्टर ने प्राप्त आवेदनों के त्वरित निराकरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जन चौपाल में पहुंचे शासकीय पीजी कॉलेज कोरबा में पदस्थ सहायक प्राध्यापक राजकुमार राठौर ने बताया कि उनके दिवंगत पिता एसईसीएल कुसमुण्डा क्षेत्र में कार्यरत् थे। सेवानिवृत्ति पश्चात् उक्त आवास को आबंटित करने अपर कलेक्टर द्वारा अनुशंसा की गई थी। इसके बावजूद एसईसीएल कुसमुण्डा द्वारा लगातार आवास खाली करने के लिए नोटिस दिया गया। पुन: अपर कलेक्टर द्वारा आवास आबंटन के संबंध में पत्र प्रेषित किया गया। प्रबंधन द्वारा इसके पश्चात् भी आवास खाली कराने पिता के नाम सिविल कोर्ट में मुकदमा दर्ज करा दिया गया। कलेक्टर ने प्रबंधन द्वारा इस प्रकार की असंवेदनशीलता पर गहरी नाराजगी जताते हुए सहायक प्राध्यापक को आवास आबंटित करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार साकेत नगर निवासी परंपरा महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों ने स्वरोजगार करने के उद्देश्य से साकेत नगर में ही जगह दिलाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। सदस्यों ने बताया कि साईं मंदिर के पास नहर के किनारे सिंचाई विभाग की जमीन खाली है जिस पर स्थानीय लोग बेजा कब्जा कर रहे हैं जिससे क्षेत्र के लोगों को अव्यवस्था हो रही है। सदस्यों ने उक्त जगह के सदुपयोग के उद्देश्य से भूमि आबंटित करने निवेदन किया। कलेक्टर ने एनआरएलएम के अधिकारियों को इस संबंध में परीक्षण कर समूह के सदस्यों को जगह दिलाने के निर्देश दिए। जनचौपाल में अपर कलेक्टर द्वय विजेंद्र पाटले, प्रदीप साहू, नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय, जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर सहित सभी विभागीय अधिकारी गण मौजूद रहे।