कोरबा। सतनामी कल्याण समिति कुसमुंडा के तत्वाधान में दो दिवसीय गुरु पर्व समारोह का आयोजन सतनाम प्रांगण कुसमुंडा धाम में किया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक दाऊराम रत्नाकर ने कहा कि गुरू की जयंती मनाना खुशी का अवसर होता है। प्रदेश सहित देश के कोने-कोने में रहने वाले लोग गुरू को याद कर खुशी का इजहार करते हैं। गुरू घासीदास ने अंधविश्वास एवं पाखंड को दूर किया। गुरू ने सत को खोजने का काम किया इसलिए लोग उन्हें सतखोजी बाबा कहते हैं।
दाऊराम रत्नाकर ने कहा कि 266 साल पहले गुरू का जन्म हुआ तो उस समय समाज में जातिवाद हावी था, आज भी देश में जातिवाद हावी है। संसार में लोग एक बराबर हैं इसलिए गुरू ने कहा कि मनखे-मनखे एक समान हो गए हंै। कार्यक्रम के अध्यक्ष यूआर महिलांगे ने कहा कि गुरू ने सबको सत्य के मार्ग पर चलने का रास्ता दिखाया है। गुरू पर्व में एकता का परिचय देते हुए सभी को आत्मसात करने की आवश्यकता है। प्रगतिशील सतनामी समाज रायपुर के पूर्व अध्यक्ष एल.एल. कोशले ने कहा कि सामाजिक समरसता का भाव ही सत को पैदा करता है। जहां सत है वहां सतनाम को खोजने की जरूरत नहीं है। 
इससे पहले सभी अतिथियों ने जैतखाम पर पूजा-अर्चना कर गुरू घासीदास के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि केके लहरे तहसीलदार, राजेश आदिले सहायक श्रम आयुक्त, राजीव कुमार सिंह प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय कुसमुंडा, ओम गवेल अध्यक्ष प्रेस क्लब कुसमुंडा, गोकुल पाटले वरिष्ठ समाज सेवक, जीपी जाटवर प्राचार्य, जीएल बंजारे सचिव कोरबा सतनामी कल्याण समिति, एसएल धैर्य वरिष्ठ प्रबंधक, गायत्री महिलांगे अधीक्षण यंत्री, प्रियंका, भगवती बंजारा अधीक्षण यंत्री, राजेश बंजारा अधीक्षण यंत्री, गोकुल भारती, ए.डी. जोशी, आरडी भारद्वाज, दूजराम जाटवर, थाना प्रभारी राजेश जांगड़े, नारायण कुर्रे, आरपी खाण्डे राष्ट्रीय अध्यक्ष सिस्टा, शाहिद कुजूर वार्ड पार्षद 61, केपी पाटले, सुनीता पाटले, सुनील पाटले, दिलीप मिरी, रमेश जाटवर, बीएल कुर्रे, कनिष्क टंडन बिलासपुर महानगर सह मंत्री एबीवीपी शामिल हुए। 

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