कोरबा। कोरबा जिलान्तर्गत 24 जून को प्रार्थी राजन प्रसाद निवासी कृष्णाविहार एनटीपीसी कालोनी जमनीपाली थाना दर्री उपस्थित आकर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया कि क्रिप्टो करेंसी मार्केट हाईपर फंड कंपनी का मुख्य संचालक सितम्बर 2021 में उनके निवास स्थान एनटीपीसी जमनीपाली में मिला था उसके द्वारा हाईपर फंड कंपनी में तीन स्कीम के माध्यम से रकम लगाने पर 600 दिन में रकम तीन गुना एवं रिवाइव के माध्यम से लगाये गये रकम को हजार गुना बढ़ने कंपनी में बड़े-बड़े लोगों के जुड़े होने एवं उनके हाईलाईफ स्टाईल जीने का फोटाग्राफ्स तथा अपने साथियों के साथ दुबई जाकर हाईपर फंड के मुख्य व्यक्तियों साथ मिलकर कंपनी के प्रमोशन का फोटो ग्राफ्स भी दिखाकर अपने मोबाईल एवं टेबलेट के माध्यम से प्रेजेन्टेशन कर हाईपर फंड कंपनी में रूपया लगाने से रकम तिगुना होने के संबंध में बताया।
हाईपर फंड कंपनी का लिंक भी बताया गया था एवं लगाये गये रूपयो को तीन गुना बनाकर दूंगा कहकर मोबाईल नंबरों से वीडियो कॉलिंग एवं जुम मीटिंग के द्वारा अतिरिक्त काउसिलिंग सेमीनार कराकर अपने ग्रुप लोगो के द्वारा दिखाये गये संपूर्ण दस्तावेजो पर विश्वास दिलाकर आपराधिक व सुनियोजित तरीके से हाईपर फंड कंपनी में राशि निवेश करने एवं अधिक रकम लगाने हेतु अलग-अलग बैंकों से बीस लाख रूपये का लोन हाईपर फंड कंपनी में लगाने के लिये दिलवाकर प्रार्थी से नगद रकम, ऑनलाईन रकम एवं चेक के माध्यम से प्रार्थी के भारतीय स्टेट बैंक शाखा-एनटीपीसी के खाता क्रमांक – 30106769643 से अपने स्वयं के बैंक खाता, अपने रिश्तेदारो के बैंक खाता एवं परिचित लोगों के बैंक खातों में लगभग 19,31,255/- रूपये दिनांक 24.10.2021 से 11.05.2022 की अवधि में लिया गया इसके अतिरिक्त प्रार्थी ने आरोप लगाते हुए कहा की उसके द्वारा फरवरी, मार्च एवं अप्रैल 2022 में अलग-अलग दिनांक में भी अपना दुकान, पीएफ लोन एवं घर का जमा पूंजी का कुल रकम 13,68,000/- रू. किश्तो में नगद दिया गया है। इस प्रकार कथित आरोपी द्वारा स्वयं एवं अपने साथी के साथ मिलकर कुल रकम 32,99,225/- रू. रकम तिगुना करने का लालच देकर पैसा वापस नही कर गबन कर प्रार्थी से धोखाधड़ी किया गया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर कथित आरोपी व एक अन्य साथी के विरूद्ध थाना दर्री में अप.क.164/23 धारा 406, 420, 34 भादवि. 4, 5 मनी सरकुलेश स्कीमस (बेनिंग) एक्ट कायम कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया। विवेचना दौरान कथित आरोपीगण को तलब कर पूछताछ कर मेमोरण्डम कथन लेने पर उक्त कथित आरोपीगण द्वारा अपराध घटित करना स्वीकार किया गया। आरोपियों के विरूद्ध अपराध धारा का सबूत पाये जाने से आरोपीगण कोविधिवत गिरफ्तार किया गया।