0 सीएसपी गुड़िया ने विकसित किया है सॉफ्टवेयर, मिली सराहना
कोरबा कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने हरदीबाजार थाना का शुभारंभ अवसर पर ई-मालखाना का भी शुभारंभ किया। यह नई प्रणाली ई-गवर्नेंस की ओर एक कदम कोरबा पुलिस की पहल है जिसे जानकर विधायक सहित उपस्थित लोगों ने सराहा।
बिलासपुर रेंज के आईजी बद्री नारायण मीणा,एसपी संतोष सिंह के मार्गदर्शन में सीएसपी दर्री रॉबिन्सन गुड़िया (आईपीएस) द्वारा ई-मलखाना को डिजाइन, विकसित और कार्यान्वित किया गया। ई-मालखाना बेहतर जवाबदेही, भंडारण और पुनर्प्राप्ति के लिए मालखाना संपत्तियों को डिजिटल रूप से व्यवस्थित करने की एक पहल है। मैक्रोज़-एक्सेल का उपयोग कर एक सरल सॉफ्टवेयर कोड विकसित किया गया है जो कि विजुअल बेसिक में बनाया गया है।
दर्री सीएसपी ने बताया गया कि थाना-चौकी में रखे जाने वाली जप्ती संपत्ति को परंपरागत तरीके से बस्तों में बांधकर रखा जाता है। कौन सी संपत्ति कहां पर रखी गई है, इसका रिकॉर्ड थानों में नहीं होता, जिससे कि उन्हें ढूंढने में काफी कठिनाई होती है। ई-मालखाना में सभी संपत्तियों को बारकोड कर स्कैन किया गया है। भंडारण अनुकूलन और लेबलिंग के वैज्ञानिक सिद्धांत का उपयोग करके भंडारण किया जाता है। 1 जनवरी, 2023 से अनुविभाग दर्री (थाना दर्री, दीपका, बांकीमोंगरा, कुसमुंडा, हरदीबाजार और सर्वमंगला चौकी) में सभी केस संपत्तियों को डिजिटल कर दिया गया है और नई संपत्तियों को वास्तविक समय में बारकोड किया गया है। सॉफ्टवेयर मामले की संपत्ति की तस्वीरों के साथ जानकारी संग्रहित करता है। केस प्रॉपर्टी को एक निश्चित अलमारी या रैक पर रखा जाता है, जिसका विवरण कैरेट बॉक्स पर चिपकाए गए एक विशेष बार कोड के साथ पैक किए जाने के बाद सॉफ्टवेयर में दर्ज किया जाता है। एक बटन क्लिक करने और सॉफ्टवेयर में जानकारी दर्ज करने से, यह केस प्रॉपर्टी को खोजने में सुविधा प्रदान करता है। पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि भविष्य में कोरबा जिले के सभी थाना-चौकियों में लागू किया जाएगा ।