कोरबा। कटघोरा विधानसभा क्षेत्र के युवा कांग्रेस अध्यक्ष रहमान खान ने केसीसी प्रायवेट लिमिटेड कंपनी दीपका क्षेत्र के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर स्थानीय बेरोजगारों एवं एसईसीएल श्रमिक पुत्रों को रोजगार उपलब्ध कराने की मांग की है।
महाप्रबंधक को सौंपे गए ज्ञापन में रहमान खान ने बताया है कि केसीसी प्रायवेट लिमिटेड कंपनी दीपका द्वारा दीपका खदान में ओबी एवं कोयला उत्पादन व परिवहन का कार्य किया जा रहा है। कंपनी द्वारा इस कार्य में स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता न देकर बाहर के लोगों काम पर रखा जा रहा है। तकनीकी एवं गैरतकनीकी कार्यों में स्थानीय बेरोजगारों को नौकरी दी जाए। ज्ञात हुआ है कि कंपनी द्वारा अन्य प्रांत के लगभग 300 कर्मचारियों द्वारा कार्य कराया जा रहा है जो कि सर्वथा अनुचित है। इनको तत्काल हटाकर स्थानीय लोगों को काम पर रखा जाए। भू-विस्थापित बेरोजगारों के अतिरिक्त स्थानीय बेरोजगारों एवं एसईसीएल कर्मचारियों के श्रमिक पुत्रों को 100 प्रतिशत रोजगार देना सुनिश्चित किया जाए। इस संबंध में पूरी पारदर्शिता के साथ बिना भेदभाव के रोजगार उपलब्ध कराया जाए। श्रमिकों का वेतन एचपीसी के रेट से दिया जाए, केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित भत्ते, ईपीएफ, पेंशन, छुट्टी सहित लाभांस की राशि श्रमिकों को प्रदान किया जाए। इसमें हो रही चूक को तत्काल दूर किया जाए। सभी श्रमिकों का बीमा करा कर पॉलिसी का पेपर सभी श्रमिकों को उपलब्ध कराया जाए। कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों के लिए कैन्टीन, शुद्ध पेयजल एवं अस्थायी स्वास्थ्य केन्द्र तत्काल प्रारंभ किया जाए। साथ ही कैम्प में रहने वाले श्रमिकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। सभी श्रमिकों को प्रत्येक माह साबुन, गुड़ और गमछा प्रदान किया जाए। कंपनी में कार्यरत सभी कर्मचारियों का पेमेंट स्लीप ओर आईकार्ड उपलब्ध कराया जाए। साथ ही सुरक्षा से संबंधित सभी सामग्रियों को तत्काल प्रदान किया जाए। केसीसी के अतिरिक्त गोदरा, गोदावरी, मेसर्स व्हीएफपीएल, एएसआईपीएल, जेव्ही इन कंपनयिों के द्वारा भी रोजगार उपलब्ध कराने में स्थानीय बेरोजगारों एवं श्रमिक पुत्रों की उपक्षा की जा रही है। साथ ही वेतन एवं अन्य मामलों में नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।युवा कांग्रेस अध्यक्ष रहमान खान ने केसीसी प्रबंधन से उपरोक्त बिन्दुओं पर त्वरित कार्यवाही कर 15 दिन के भीतर अवगत कराने कहा है। कार्यवाही नहीं होने पर 3 अप्रैल से अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी केसीसी प्रबंधन की होगी।