जिला स्तरीय पुनरीक्षा समिति एवं जिला सलाहकार समिति की बैठक संपन्न
सीडी रेशियो की खराब प्रगति, लंबित आवेदनों के निराकरण की धीमी गति पर जताई नाराजगी
कोरबा। जिला स्तरीय पुनरीक्षा समिति एवं जिला सलाहकार समिति (डीएलसीसी) की बैठक आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विश्वदीप की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक में शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत आवेदकों को ऋण स्वीकृति को लेकर समीक्षा की गई। बैठक में विभिन्न विभागों व बैंको के अधिकारी उपस्थित रहे। श्री विश्वदीप ने बैठक में उपस्थित बैंकिंग अधिकारियों से कहा कि सभी बैंक आवेदकों से प्राप्त होने वाले ऋण आवेदनों का समय सीमा पर निराकरण करें। उन्होंने कहा कि ऋण स्वीकृत नहीं होने की दशा में उचित कारण स्पष्ट करें। सीईओ श्री विश्वदीप ने महिला/अल्पसंख्यक/कमजोर वर्ग अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अंतर्गत ऋण के प्रकरणों में दिए गए लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि जो प्रकरण बैंको को भेजे गए हैं वह 10 सितंबर तक लंबित नहीं रहें। जो भी लक्ष्य बैंको को दिया गया है। उससे कम नहीं होना चाहिए। जिला पंचायत सीईओ ने जिले के पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक, कोरबा ब्लॉक अंतर्गत दूरस्थ ग्रामीण बैंक-शाखाएं संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय आजीविका मिशन अंतर्गत हर 15 दिन में प्रकरण प्रेषित किए जाने और ऋण देने में विलंब होने पर इसकी समीक्षा करने के निर्देश भी दिए। बैठक में कृषि विभाग अंतर्गत किसान क्रेडिट कार्ड बनाने, मत्स्य विभाग अंतर्गत प्रेषित प्रकरणों पर की गई कार्यवाही की समीक्षा की गई। उन्होंने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना अंतर्गत आवेदकों को पावती देने तथा पंजीयन पश्चात् दुर्घटना आदि की स्थिति में हितग्राहियों को समय पर दावा का भुगतान के निर्देश दिए, उन्होंने इस कार्य को संवेदनशीलता के साथ करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बैंकर्स अपनी कार्य क्षमता को और अधिक प्रभावी करें तथा निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति वित्तीय वर्ष की समाप्ति के पूर्व कर लें। उन्होंने शासन के विभिन्न योजनांतर्गत बैंकों के ऋण वितरण कार्य प्रगति में धीमी गति को लेकर संबंधित बैंक अधिकारियों पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने बैंकों के सीडी रेशियो की खराब प्रगति को लेकर भी नाराजगी जताई गई। श्री विश्वदीप ने कहा कि जिला प्रशासन और एलडीएम से सामंजस्य स्थापित कर अपने परफॉरमेंस में सुधार लाएं। सभी बैंकों से बैंकिंग व्यवसाय को बढ़ाने के लिए योजना के अनुरूप काम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बैंकर्स अगर सही प्लानिंग करेंगे तो बैंकिंग भी अच्छी होगी और सीडी रेशियो में भी सुधार होगा। बैठक में नाबार्ड के अधिकारी ने नाबार्ड अंतर्गत कार्यों में रूचि लेने और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि ने ऋण के नाम पर ग्राहकों से होने वाले ठगी से बचाव के संबंध में आवश्यक जानकारी दी।
बैठक में विभिन्न शासकीय योजनाओं हेतु वित्तीय वर्ष की उपलब्धि पर चर्चा, पीएमईजीपी व मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, ग्रामीण क्षेत्रों में नवीन बैंक शाखा स्थापना एवं पशुपालकों, मत्स्य पालकों एवं उद्यानिकी हेतु किसान क्रेडिट कार्ड के संबंध में भी चर्चा की गई और बैंकर्स को लक्ष्य अनुसार काम करने के निर्देश दिए गए।