कोरबा। कार्य के दौरान कार्यस्थल पर सुरक्षा का पालन करने और कराने के लिए भले ही उद्योग प्रबंधनों द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जाते हों और इसके लिए आयोजन भी होते हैं लेकिन कार्यस्थल पर सुरक्षित वातावरण में कार्य की कमी अक्सर हादसे की वजह बनती है। ऐसे ही एक हादसे में ठेका कर्मी की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। नियोक्ता कंपनी के द्वारा असुरक्षित तरीके से काम कराने के कारण यह घटना होना बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार हादसा एसईसीएल की कुसमुण्डा परियोजना के सायलो से संचालित होने वाले कन्वेयर बेल्ट सिस्टम में सफाई के दौरान आज सुबह लगभग 10 से 10.30 बजे के मध्य घटित हुआ। सायलो का निर्माण निजी कंपनी सामंता के द्वारा कराया गया है औैर मेंटेनेंस की जिम्मेदारी उसी की है। उसके द्वारा ठेके पर कर्मचारी रखकर मेंटेनेंस और सफाई का कार्य कराया जाता है। बताया जा रहा है कि कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से कोयला की निरंतर आपूर्ति को बनाए रखने और इसके साथ-साथ ही कन्वेयर बेल्ट के नीचे जमा होने वाले कोल डस्ट से निर्मित कीचड़ को साफ कराते रहने के कारण घटना हुई। सर्वमंगला नगर निवासी आकाश यादव पिता शिव शंकर यादव भी अन्य ठेका कर्मियों के साथ कंटीले झाडू् के जरिए चालू कन्वेयर बेल्ट के नीचे से कोल डस्ट निकाल रहा था कि एकाएक वह कन्वेयर बेल्ट के रोलर की चपेट में आ गया। उसके सिर पर काफी तेज झटका लगा और शरीर के अन्य हिस्से भी क्षतिग्रस्त हुए। हादसा होते ही आनन-फानन में सहकर्मियों ने उसे वहां से निकाला और तत्काल उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। आकाश यादव को सिर में काफी चोट आई है। बताया जा रहा है कि पूर्व में भी उसके सिर का ऑपरेशन दो बार हो चुका है और जहां चोट लगी है वह ऑपरेशन से प्रभावित हिस्सा होने के कारण हालत काफी नाजुक है। हादसे को लेकर सामंता कंपनी सहित मुख्य नियोक्ता एसईसीएल की लापरवाही सामने आई है।
इस घटनाक्रम को लेकर राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के जिला अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने एसईसीएल कुसमुण्डा क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक एवं जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन प्रेषित कर कहा है कि दुर्घटनाग्रस्त ठेका श्रमिक के संपूर्ण ईलाज का खर्च और मुआवजा कंपनी प्रबंधन उठाए और सामंता कंपनी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया जाए। ऐसा न होने पर संगठन द्वारा श्रमिक हित में आंदोलन किया जाएगा, जिससे उत्पन्न औद्योगिक अशांति की संपूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।