5 साल पहले लापता युवती के संबंध में पुलिस को मिले हैं सुराग
कोरबा। वर्ष 2018 में कुसमुंडा क्षेत्र से लापता हुई युवती के संबंध में पुलिस को पिछले दिनों मुखबिर के जरिए अहम जानकारी हाथ लगी है। बताई गई जानकारी और चिन्हित किए गए स्थल के आधार पर पुलिस उस जगह को खोद रही है जहां शव को दफन किया गया था। हालांकि इन 5 वर्षों में उक्त स्थल और इसके आसपास का नक्शा बदल चुका है इसलिए तलाश में दिक्कत आ रही है। अब सडक़ को खोदने की तैयारी है जिसके लिए लोक निर्माण विभाग से अनुमति हेतु पत्राचार किया जा रहा है।
बीते वर्षों में कोरबा से दर्री जाने वाले मार्ग का चौड़ीकरण हुआ है जिसके कारण सडक़ दोनों तरफ से चौड़ी हुई है। जिस वर्ष 2018 की घटना बताई जा रही है, उस दौरान यह सडक़ टू-लेन थी जो अब फोर-लेन में तब्दील हो चुकी है। सडक़ निर्माण के दौरान काफी मलबा यहां पाटा गया है और फिर सडक़ बनी है। ऐसे में गड्ढे खोदकर कंकाल को तलाशना बड़ा ही चुनौतीपूर्ण कार्य साबित हो रहा है। मुखबिर की सूचना मिलने और संदेहियों से पूछताछ में लगभग यह स्पष्ट हो जाने के बाद कि जिस कंकाल की खोज की जा रही है वह संभवत: लापता युवती का है, तब पुलिस के लिए यह और भी जरूरी हो गया है। इसके लिए तमाम तरह की कवायदों के मध्य अब सडक़ को खोदने का विचार बनाया जा रहा है। माना जा रहा है कि हो न हो पुराने सडक़ के किनारे शव को दफन किया गया था जिसके ऊपर अब पक्की फोरलेन सडक़ बन चुकी है।
फोरलेन सडक़ के एक संभावित हिस्से को खोदने के लिए लोक निर्माण विभाग के द्वारा आवश्यक वैधानिक अनुमति उच्च अधिकारियों से प्राप्त की जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा पत्र लिखा जाएगा। अनुमति मिलेगी तब कहीं जाकर कंकाल की तलाश में सडक़ को खोदा जा सकेगा। सडक़ खोदने के बाद उसके पुन: निर्माण का भी जिम्मा कौन उठाएगा, इस पर भी निर्णय लेना है। इस सिलसिले में राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने आज मौका मुआयना भी किया। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें आवश्यक जानकारी प्रदान की। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी व तहसीलदार की जानकारी एवं मौजूदगी में अभी तक सडक़ के बगल में खुदाई की जाती रही। बहरहाल पुलिस अधीक्षक यू उदयकिरण की सीधी देखरेख में दर्री सीएसपी आईपीएस रॉबिन्सन गुडिय़ा, प्रशिक्षु आईपीएस रोहित शाह के नेतृत्व में लापता युवती की गुत्थी को सुलझाने की कोशिश लगातार जारी है। फरार संदेहियों की तलाश में भी तेजी लाई गई है। अन्य तरह की जानकारियां जुटाने के लिए संबंधितों से पूछताछ का सिलसिला भी जारी है।