अंबिकापुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) शांतनु सिंह : खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों से रुपए ऐंठने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी लोगों से हेलमेट और कागजात चेकिंग के नाम पर रुपए वसूल करता था. पुलिस ने घेराबंदी कर युवक को गिरफ्तार कर लिया है.
6 अक्टूबर को मणिपुर चौकी अंतर्गत ग्राम सुंदरपुर का शिबू दास अंबिकापुर से घर लौट रहा था. सुंदरपुर मोड़ पर फूटामूढ़हा तालाब के पास एक बाइक सवार अज्ञात युवक ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर बाइक रुकवाई और दस्तावेजों की मांग की. दस्तावेज नहीं दिखाने पर शिबू दास से 6 हजार रुपए की मांग की. 6 हजार नहीं होने पर आरोपी ने युवक की जेब से एक हजार रुपए निकाल लिए और उसे यह कहकर भगा दिया कि पुलिस अधिकारी के आने से ज्यादा जुर्माना भरना पड़ेगा. पुलिस के डर से युवक चुपचाप घर पहुंच गया और इसकी जानकारी परिजन को दी.
इसके कुछ दिन बाद ही शिबू दास के ससुर कंठमनी दास अपने बेटे परमानंद के साथ बाइक खरीदने के लिए अंबिकापुर गए थे. इस दौरान उसे भी बाइक सवार ने रोककर हेलमेट नहीं पहनने को लेकर चालान काटने की धमकी देते हुए 900 रुपए जेब से निकाल लिए और उन्हें भी अधिकारियों का डर दिखाकर भगा दिया. एक ही परिवार में दो बार हुई घटना से उन्हें ठगी की आशंका होने लगी. उन्होंने थाने पहुंचकर इसकी शिकायत पुलिस से की. दोनों ही पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी युवक की तलाश शुरू कर दी.
दूसरी जगह कर रहा था ठगी
जांच के दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि शहर से लगे मेण्ड्रा कला में एक बाइक सवार युवक पुलिस के नाम पर फिर वसूली कर रहा है. एसपी के निर्देश पर टीम ने घेराबंदी कर युवक को गिरफ्तार किया. पकड़े गए युवक की पहचान शहर के सत्तीपारा ईरानी बस्ती निवासी सहजौर अली के रूप में की गई है. पुलिस ने आरोपी के पास से ठगी के 5300 रुपए के साथ ही घटना में इस्तेमाल बाइक क्रमांक सीजी 15 डीसी 0302 को जब्त किया है. आरोपी पकड़े जाने के डर से जगह बदल-बदलकर वारदात को अंजाम दे रहा था.
दुकान नहीं चली तो बनाई योजना
पुलिस के अनुसार पकड़े गए युवक की बस स्टैंड में बेल्ट की एक दुकान है. दुकान ठीक से नहीं चलने पर पैसे कमाने के लिए उसने यह योजना बनाई. वो पुलिस के नाम पर लोगों से ठगी और लूटपाट करने लगा. फिलहाल पुलिस ने आरोपी सहजौर अली को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है.