छत्तीसगढ़

भव्य कलश यात्रा के साथ पं.रविशंकर शुक्ल नगर कपिलेश्वरनाथ मंदिर प्रांगण में संगीतमय श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का हुआ शुभारंभ

श्री धाम वृंदावन (मथुरा)से पधारे पंडित श्री कृष्ण गौड़ शास्त्री “ब्रजवासी जी ” अपने मुखार बिंद से श्रोताओं को भागवत कथा अमृत गंगा का करा रहे रसपान

कोरबा(ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। पंडित रविशंकर शुक्ल नगर कोरबा में सोमवार को भव्य कलशयात्रा के साथ संगीतमय श्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आगाज हो गया है। सोमवार को मंदिर प्रांगण से निगम (साडा)कॉलोनी स्थित शिव मंदिर प्रांगण तक गाजे बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा यात्रा निकाली गई। जिसमें कपिलेश्वरनाथ महिला मंडल की पदाधिकारी सदस्यों के अलावा नगर की सभी भागवत कथा प्रेमी शामिल हुए। पारंपरिक परिधान में कलशधारी माताओं बहनों का समूह देखते ही बन रहा था। शोभायात्रा की हनुमान (वेषधारी

) अगुवाई कर रहे थे। ध्वज लहराते नाचते गाते ,जय श्री राम के जयघोष लगाते माताओं बहनों का समूह कथा स्थल प्रांगण पहुँचा।

गौरतलब हो कि श्री कपिलेश्वरनाथ महिला मंडल सेवा समिति एवं समस्त रविशंकर नगरवासियों द्वारा संगीतमय श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें श्री धाम वृंदावन (मथुरा)से पधारे पंडित श्री कृष्ण गौड़ शास्त्री “ब्रजवासी जी ” कथा स्थल श्री कपिलेश्वर नाथ मंदिर प्रांगण में अपने मुखार बिंद से श्रोताओं को भागवत कथा अमृत गंगा का रसपान कराएंगे ।
जारी कथा कार्यक्रमानुसार 17 मार्च को कलश यात्रा ,कथा महात्म्य के साथ कथा की शुरुआत हो गई है । द्वितीय दिवस दिन 18 मार्च को कुन्ती स्तुति ,भीष्म स्तुति श्री शुकदेव प्राकट्य की कथा का श्रवण कराया जाएगा। तृतीय दिवस 19 मार्च को ध्रुव चरित्र ,प्रहलाद चरित्र ,श्री नृसिंह अवतार की कथा का श्रोतागण रसपान करेंगे। चतुर्थ दिवस 20 मार्च को वामन अवतार ,श्री रामावतार ,श्री कृष्ण जन्मोत्सव होगा। पंचम दिवस 21 मार्च को बाल लीला ,गोवर्धन पूजा एवं छप्पन भोग लगेगा। छठवें दिवस 22 मार्च को महारास कथा ,श्री कृष्ण रुक्मिणी विवाह उत्सव होगा। सातवें दिवस 23 मार्च को सुदामा चरित्र ,कुरुक्षेत्र में राधा-कृष्ण का मिलन ,भगवान शुकदेव विदाई एवं व्यास पूजन होगा। आठवें दिवस 24 मार्च को हवन ,पूर्णाहुति व प्रसाद वितरण के साथ पावन धार्मिक आयोजन का समापन होगा। समिति ने नगर एवं क्षेत्र के श्रद्धालुओं को उक्त पावन श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में शामिल होकर अपने जीवन का धन्य बनाने का आग्रह किया है।

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