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जब माल घटने लगा, तब करेजा फटने लगा! व्यक्तिगत खुन्नस निकालने प्रतिष्ठित समिति की आड़, अनर्गल आरोपों से छवि धूमिल करने की कोशिश, भ्रष्ट ठेकेदार की पैरवी क्यों?

इस समिति ने अपनी पहुंच को सार्वजनिक नहीं रहने दिया, बल्कि इसे कुछ चुनिंदा परिवारों लोगो की निजी संपत्ति बना लिया। मौजूदा अध्यक्ष संजय सिंह की बदजुबानी से पूरे वार्ड के लोग वाकिफ हैं। वार्ड के कई नागरिकों ने आरोप लगाए कि दुर्गा पूजा और डांडिया आयोजन में भी जातीय और वर्गीय भेदभाव किया गया।

जब माल घटने लगा, तब करेजा फटने लगा!

व्यक्तिगत खुन्नस निकालने प्रतिष्ठित समिति की आड़, अनर्गल आरोपों से छवि धूमिल करने की कोशिश, भ्रष्ट ठेकेदार की पैरवी क्यों?

कोरबा। निकाय चुनाव नजदीक आते ही कुछ लोगों को अपनी खोई हुई ज़मीन खिसकती नजर आ रही है। लेकिन जिनके दामन पहले से दागदार हों, वे खुलकर सामने आएं तो कैसे? इसलिए अब प्रतिष्ठित दुर्गा पूजा समिति की आड़ लेकर भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। यह पूरा खेल वार्ड 26 पं. रविशंकर शुक्ल नगर में चल रहा है, जहां 22 साल से एक सम्मानित सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति कार्यरत है। मगर बीते 4 वर्षों से यह समिति कुछ बाहरी तत्वों और संकुचित मानसिकता वाले बाहरी लोगों के शिकंजे में आ गई है, जिसके बाद से इलाके में विवाद बढ़ते जा रहे हैं।

सार्वजनिक समिति बनी ‘निजी मिल्कियत’, डांडिया में भेदभाव के आरोप!

इस समिति ने अपनी पहुंच को सार्वजनिक नहीं रहने दिया, बल्कि इसे कुछ चुनिंदा परिवारों लोगो की निजी संपत्ति बना लिया। मौजूदा अध्यक्ष संजय सिंह की बदजुबानी से पूरे वार्ड के लोग वाकिफ हैं। वार्ड के कई नागरिकों ने आरोप लगाए कि दुर्गा पूजा और डांडिया आयोजन में भी जातीय और वर्गीय भेदभाव किया गया।

  • डांडिया सिर्फ तीन दिनों तक ही सीमित रखा गया।
  • वाल्मीकि आवास, कृष्णा नगर, जंगल कॉलोनी और अन्य क्षेत्रों की महिलाओं-बच्चों को भाग लेने से रोका गया।
  • उनसे चंदा तक नहीं लिया जाता और उनको दरकिनार कर दिया जाता है।
  • पूजा समिति के पदाधिकारियों के परिवारों को ही विशेष प्राथमिकता दी गई।

इससे आहत होकर वार्डवासियों ने पिछले तीन वर्षों से अलग स्थान पर सार्वजनिक प्रयास से पूर्ण 9 दिनों तक गरबा-डांडिया का आयोजन शुरू कर दिया, जिसमें सभी समुदायों को समान अवसर मिला और यह आयोजन बेहद सफल रहा। यहां चेहरा नहीं बल्कि काबिलियत देखकर पुरस्कार वितरण किया जाने लगा जिससे इन लोगों का चेहरा सबके सामने एक्सपोज़ हो गया।

भूमाफिया की दुकानदारी हो गई है बंद

कुछ समय पहले तक शहर में भूमाफिया के नाम से मशहूर राजन बर्नवाल धर्म का ठेकेदार बन बैठा है। वो लोगों को यह नहीं बताता कि क्यों उसके ऊपर उरगा, कोरबा में ज़मीन घोटाले के मामले में एफआईआर दर्ज हुआ है। बिहार में उसके खिलाफ दर्ज मामलों की तो बात ही छोड़िए… कई बार इनके “नेचुरियल स्वीट्स” में अमानक मिठाइयां बेचने के आरोप में छापा पड़ा है। भूमि घोटाला कर अकूत संपत्ति बना चुका बर्नवाल पैसे के दम पर वार्ड वासियों के रहनुमा बनने का ढोंग कर रहा है। वक्त गवाह है कि पिछला चुनाव हारने के बाद ये कांग्रेसी नेता वार्ड के विकास को अवरुद्ध करने में लगातार सक्रिय भूमिका निभाता रहा है। इसके खिलाफ खुलासा करना ही इसको पार्षद का विरोधी बना दिया है, तब से इसका जमीन घोटाले का काम बंद हो गया और इसकी बेजा आमदनी कम हो गई है।

गिरोह का सरगना – 1.34 करोड़ का गबन करने वाला ठेकेदार!

इस पूरे विवाद में एक नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है—सफाई ठेकेदार राजू जायसवाल। यह वही व्यक्ति है जिसने पिछले 10 वर्षों तक नगर निगम से सफाई के ठेके लेकर 1.34 करोड़ रुपये का गबन किया।

  • RTI के जरिए निकले दस्तावेजों में खुलासा हुआ कि राजू जायसवाल ने वर्षों तक ठेके की आड़ में भ्रष्टाचार किया।
  • नगर निगम की सरकारी जांच में भी इस गबन की पुष्टि हो चुकी है। कभी भी एफआईआर दर्ज कर इसको जेल भेजा जा सकता है, जनता के डकारे पैसों की रिकवरी होगी सो अलग।
  • वार्ड 26 समेत अन्य क्षेत्रों में सफाई के नाम पर भारी अनियमितताएं बरती गईं।
  • नालियों को जाम कर दिया गया, हफ्तों कूड़ा सड़ने मुहल्ले में रखा जाता था।

लेकिन जनता अब जागरूक हो चुकी है। पांच महीने पहले जैसे ही राजू जायसवाल को सफाई ठेके से हटाया गया और किसी अन्य ठेकेदार को जिम्मेदारी दी गई, नगर की सफाई व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ।

“राजू जायसवाल कांग्रेस शासन में नगर निगम से ठेके लेकर वार्ड को कचरे का ढेर बनाता रहा। जब नया ठेकेदार आया, तब हालात सुधरने लगे,” – स्थानीय निवासी।

राजनीतिक दुर्भावना से वार्ड पार्षद पर झूठे आरोप

अब जब वार्ड 26 में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए, तब इन्हीं भ्रष्ट तत्वों को अपनी दुकानदारी बंद होती दिखने लगी। इसलिए इन्होंने वार्ड पार्षद अब्दुल रहमान को निशाना बनाना शुरू कर दिया।

  • पार्षद ने जनता के साथ मिलकर कांग्रेस शासनकाल की बाधाओं को पार कर वार्ड में रिकॉर्ड विकास कार्य कराए।
  • पं. रविशंकर शुक्ल नगर में जो सड़कें बनी हैं, वैसी सड़कें नगर निगम के 67 वार्डों में कहीं नहीं बनीं।
  • वार्डवासियों ने खुद कांग्रेस शासनकाल में विकास रोके जाने की साजिशों को देखा और झेला है।

“हमारे वार्ड के विकास को कांग्रेस शासन में रोका गया। सफाई ठेकेदार भी कांग्रेस के झंडे तले काम करता था, जिससे क्षेत्र की स्थिति बदतर हो गई थी,” – स्थानीय नागरिक।

जनता के सब्र का बांध टूटा, निष्पक्ष जांच की मांग

अब जब भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है, तो राजू जायसवाल और उसके गिरोह द्वारा दुर्गा पूजा समिति की आड़ में झूठा प्रचार फैलाया जा रहा है। लेकिन जनता सब जानती है। लोगों ने खुलकर मांग की है कि:

  • नगर निगम द्वारा भ्रष्ट ठेकेदार की संपत्तियों की जांच हो।
  • दुर्गा पूजा समिति को संकीर्ण मानसिकता वाले बाहरी तत्वों से मुक्त किया जाए।
  • नगर निगम और प्रशासन की ओर से निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए।

अब जनता देगी जवाब!

कोरबा के वार्ड 26 की जनता अब समझ चुकी है कि कौन वार्ड का भला चाहता है और कौन इसे अपनी जागीर समझकर लूट रहा था। नगर निगम प्रशासन, जनप्रतिनिधि और वार्डवासियों को मिलकर यह तय करना होगा कि ऐसे भ्रष्ट तत्वों को वार्ड की व्यवस्था में फिर से सेंध नहीं लगाने दी जाए।

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