छत्तीसगढ़

खाद्य तेलों में मिलावट की जांच: जिले में प्रशासन सख्त, नमूने भेजे गए लैब

कोण्डागांव (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )।  जिले में बाजारों में बिकने वाले खाद्य तेलों में मिलावट की आशंका को लेकर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर कुणाल दुदावत के निर्देश पर जिले के प्रमुख तेल विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों की जांच की गई। इस दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी डी.के. देवांगन ने श्री राम ट्रेडर्स कोण्डागांव से हाथी छाप कच्ची घानी सरसों तेल और उस्मान किराना स्टोर्स केशकाल से एबिस गोल्ड रिफाइंड सोयाबीन तेल के नमूने लिए। इन नमूनों को जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर भेजा गया है।

विशेषज्ञों के अनुसार, खाद्य तेलों में मिलावट स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकती है। मिलावट वाले तेल से हृदय रोग को बढ़ावा,पाचन तंत्र पर विपरीत प्रभाव,कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा,शरीर में एलर्जी और विषाक्तता उत्पन्न कर सकते हैं। अक्सर मुनाफा कमाने के लिए निर्माताओं द्वारा सरसों तेल और सोयाबीन तेल में सस्ते एवं मिलावटी तेलों की मिलावट की जाती है। इसे रोकने के लिए जिले में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के तहत नियमित जांच अभियान चलाया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और बाजारों से और भी तेलों के नमूने लिए जाएंगे। जांच के बाद मिलावट की पुष्टि होने पर संबंधित खाद्य कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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