छत्तीसगढ़

अबूझमाड़ के मसपुर में कराया गया सफल संस्थागत प्रसव, जूरी उसेंडी को मिला जननी सुरक्षा योजना का लाभ

नारायणपुर (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। जिले के ओरछा विकासखंड के अंतर्गत स्थित मसपुर, एक सुदूर और दुर्गम क्षेत्र है। यहां के ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशान में जिला प्रशासन की ओर से ग्राम पंचायतों को चिन्हांकित कर राज्य सरकार के नियद नेल्लानार योजनांतर्गत जिले के पहुंचविहीन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं ग्रामीणों का उपलब्ध कराई जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं को सुदूर अंचलों तक पहुंचाने के इसी क्रम में 11 दिसंबर को मसपुर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में जूरी उसेंडी का सफल संस्थागत प्रसव कराया गया।

स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार : 

जूरी उसेंडी को पिछले नौ महीनों से स्थानीय एएनएम द्वारा नियमित रूप से ट्रैक किया जा रहा था। इस दौरान उन्हें चार एएनसी (एंटीनेटल केयर) जांच कराई गईं और संस्थागत प्रसव के महत्व को समझाते हुए जागरूक किया गया। स्वास्थ्य विभाग के इस प्रयास से जूरी का सुरक्षित प्रसव संभव हो सका। प्रसव के बाद जूरी और उनका नवजात शिशु दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। नवजात को बीसीजी, हेपेटाइटिस बी और पोलियो की ‘ओ’ खुराक जैसे सभी आवश्यक टीके लगाए गए।

जननी सुरक्षा योजना का लाभ : 

सफल प्रसव के बाद जूरी उसेंडी को जननी सुरक्षा योजना के तहत् 1,400 रुपये की धनराशि उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से प्रदान की गई। यह योजना मातृ और शिशु स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए संचालित है।

दुर्गम क्षेत्र में सरकार की उपस्थिति : 

मसपुर जैसे सुदूर क्षेत्रों में संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन और स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता शासन और प्रशासन की उपस्थिति और जिम्मेदारी को दर्शाता है। स्वास्थ्य कर्मियों और अधिकारियों के प्रयासों ने न केवल जूरी के प्रसव को सुरक्षित बनाया बल्कि ग्रामीणों के बीच सरकारी योजनाओं के प्रति भरोसा भी बढ़ाया।

 

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