कोरबा। राज्य विद्युत कंपनियों के मुख्यालय को नवा रायपुर स्थानांतरित करने कार्यवाही की जा रही है। इस कार्य में 200 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष सुरेन्द्र शुक्ला ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि जो कार्य मौजूदा मुख्यालय परिसर में अधिकतम मात्र 5 करोड़ रुपए में आसानी से संभव है उसके लिए नवा रायपुर में लगभग दो सौ करोड़ रुपए खर्च कर उपभोक्ताओं पर बोझ डालना अनावश्यक है। मुख्यालय में कार्यरत एक हजार से अधिकारी-कर्मचारियों को रायपुर से प्रस्तावित नए मुख्यालय आने-जानेे के लिए 40 बसों की आवश्यकता होगी। इसका खर्च प्रतिमाह करोड़ों में होगा। वर्तमान मुख्यालय परिसर विद्युत कंपनियों के स्वयं के आधिपत्य में है जो पूरी तरह से पर्याप्त है। ऐसे में मुख्यालय स्थानांतरण का कोई औचित्य नहीं है। स्थानांतरण से बाहर से आने वाले कर्मियों, सेवा प्रदाताओं, उपभोक्ताओं व सेवानिवृत्त कर्मियों को भी कठिनाई होगी। उन्होंने पत्र में कहा है कि बिजली कंपनियों के पास 500 करोड़ रुपए अतिरिक्त उपलब्ध है तो बेहतर होगा कि या तो इस राशि का उपयोग विद्युत उपभोक्ताओं के हित में खर्च किया जाए। उन्होंने स्थानांतरण संबंधी चल रही गतिविधियों पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है।