
विशेष आलेख
लेखक – जितेन्द्र नागेश, संयुक्त संचालक
धमतरी, 05 मई 2025। छत्तीसगढ़ सरकार ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा अनुसार संवाद से समाधान तक सुशासन तिहार अभियान की शुरुआत की है। तीन चरणों में संचालित इस अभियान के पहले चरण में प्रदेशभर की जनता से उनकी समस्याओं, जरूरतों और शिकायतों से जुड़े आवेदन समाधान पेटियों के माध्यम से एकत्र किए गए। दूसरे चरण में इन आवेदनों का निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण निराकरण किया गया। अब तीसरे चरण में, आवेदनों पर की गई कार्रवाई की जानकारी आवेदनकर्ताओं को दी जा रही है।
इस पूरे तिहार का मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं का समयबद्ध निराकरण करना और सरकार व आमजन के बीच सीधा संवाद स्थापित करना है। धमतरी जिला, प्रदेश में सर्वाधिक आवेदन प्राप्त करने वाले टॉप-5 जिलों में शामिल हुआ है।
सवा दो लाख से अधिक आवेदन, 98% सरकारी योजनाओं की मांग वाले
धमतरी जिले में इस अभियान के तहत 2,27,931 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से मात्र 4,601 आवेदन शिकायतों से संबंधित रहे। शेष 98% आवेदन सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराने की मांग वाले रहे। यह आंकड़ा स्वयं में विशेष है।
वरिष्ठ पत्रकारों और सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों ने भी माना है कि इतनी बड़ी संख्या में आवेदन पहले कभी किसी अभियान में प्राप्त नहीं हुए। पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा लोक संपर्क अभियान, ग्राम सुराज, भेंट-मुलाकात जैसे कार्यक्रम किए गए, पर इस स्तर का जनसहभागिता आंकड़ा कभी सामने नहीं आया।
जिला प्रशासन ने अब तक 2,22,811 आवेदनों का निराकरण कर प्रदेश में सुशासन की नई मिसाल पेश की है।
अधिकांश आवेदन योजनाओं से लाभ लेने के लिए
सवा दो लाख आवेदनों में से 98% आवेदन विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित कराने की मांग वाले हैं। जनता ने बड़ी संख्या में महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास, आंगनबाड़ी मंजूरी, दिव्यांग प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, कृषि यंत्र, मातृ वंदन, नोनी सुरक्षा योजना, श्रम कार्ड, पशुपालन, मछली पालन लोन, लघु उद्यम सहायता जैसे विषयों पर आवेदन प्रस्तुत किए।
शिकायत संबंधी आवेदन केवल 4,601 ही रहे। जनता की प्राथमिकता सरकार की योजनाओं का लाभ उठाना है।
सरकार के कामकाज पर बढ़ा जनता का भरोसा
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा पदभार संभालते ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटियों को धरातल पर उतारने की मुहिम ने प्रदेश में नए विश्वास का संचार किया है।
केवल डेढ़ साल में 90% गारंटियों का क्रियान्वयन कर सरकार ने साबित कर दिया कि घोषणाएं कागज तक सीमित नहीं रहेंगी। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस, आधुनिक क्षेत्रों में रोजगार सृजन, युवाओं और किसानों के लिए नए अवसर, महिलाओं-बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा जैसे निर्णयों ने सरकार की लोकप्रियता बढ़ाई है।
सुशासन तिहार : भविष्य की योजनाओं का आधार
सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों का विश्लेषण शासन स्तर पर किया जाएगा। इसके आधार पर
- गांव से शहर तक विकास योजनाएं बनेंगी।
- सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार सहित विभिन्न क्षेत्रों में योजनाएं आकार लेंगी।
मुख्यमंत्री स्वयं तीसरे चरण में गांव-गांव जाकर लोगों से संवाद करेंगे। लाभार्थियों की तकलीफें जानकर मौके पर निराकरण भी करेंगे।
जनविश्वास का पर्व
यह तिहार इस बात का प्रमाण है कि जनता की प्राथमिकता शिकायत नहीं, योजनाओं का लाभ लेना है। प्रदेशवासियों में विश्वास जगा है कि इस सरकार में योजनाएं जमीन पर उतरेंगी और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में हर नागरिक भागीदार बनेगा।
सबका विश्वास, सबका साथ और सबका विकास की धारणा को सुशासन तिहार ने नई धार दी है।