छत्तीसगढ़

वृक्षारोपण को बढ़ावा देने ऑक्सीजन पार्क बनाकर करें विकसित : राज्यपाल रमन डेका

सुकमा (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। राज्यपाल रमन डेका आज अपने एक दिवसीय सुकमा जिले के प्रवास पर रहे। उनके साथ सचिव सीआर प्रसन्ना, ओएसडी अरविंद जडेजा, एडीसी सुनील शर्मा भी उपस्थित थे। सर्किट हाउस आगमन पर उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर देकर सम्मानित किया गया। इसके पश्चात उन्होंने नगर पालिका सुकमा में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही से मुलाकात की।

राज्यपाल डेका ने लगाया रुद्राक्ष का पौधा, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश : 

राज्यपाल डेका ने जिला कलेक्टोरेट परिसर में ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान के तहत अपनी दिवंगत मां स्व. चंपावती डेका की स्मृति में रुद्राक्ष का पौधा लगाया। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे हमें ऑक्सीजन, फल, छाया और स्वच्छ वातावरण प्रदान करते हैं। राज्यपाल डेका ने आगे कहा कि जिले में वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए ऑक्सीजन पार्क बनाने की पहल करनी चाहिए। वृक्षारोपण सिर्फ एक पर्यावरणीय जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हमारे भविष्य के लिए आवश्यक भी है। उन्होंने समस्त नागरिकों से आह्वान किया कि वे अपने घरों, बगीचों, स्कूलों, कॉलेजों, शासकीय कार्यालयों एवं अन्य खाली स्थानों पर पौधे लगाकर उनका संरक्षण करें।

राज्यपाल रामेन डेका ने जिला कलेक्टोरेट स्थित सभाकक्ष में सभी जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने जिले में जल संचयन, पौधारोपण, पर्यावरण संरक्षण, जैविक कृषि को बढ़ावा, टीबी उन्मूलन, पीएम जनमन व जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास सहित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली।

कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने जिले में विकास के लिए किए गए विभिन्न कार्यों एवं गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जल संरक्षण के लिए अमृत सरोवर सहित विभिन्न ढांचों का निर्माण, टीबी उन्मूलन के लिए निक्षय निरामया, आजीविका संवर्धन, स्वास्थ्य, शिक्षा आदिम जाति कल्याण सहित विभिन्न विकासात्मक गतिविधियों पर बेहतर कार्य किए जा रहे हैं और कहा कि जिले को विकास की अग्रिम पंक्ति में खड़ा करने लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन ने बताया कि स्व सहायता समूह की महिलाओं को सशक्त करने एवं आजीविका संवर्धन के लिए विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही है जिसका सकारात्मक परिणाम भी मिल रहा है। एसपी किरण गंगाराम चव्हाण ने बताया कि जिले में नशा उन्मूलन के लिए पुलिस प्रशासन के द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। नशे का अवैध व्यापार करने वाले असामाजिक व्यक्तियों के ऊपर लगातार कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

राज्यपाल डेका ने घटते भूजल स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए जल स्तर बढ़ाने विशेष प्रयास करने, जल संचयन के लिए प्रेरित करने तथा रेन वाटर हार्वेस्टिंग अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने की बात की। उन्होंने जिले में तालाब एवं डबरी निर्माण योजना अंतर्गत प्रगति के संबंध में जानकारी ली तथा जल संरक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा डबरी निर्माण करने के लिए कहा।

राज्यपाल डेका ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में किये जा रहे प्रयासों की जानकारी ली तथा महिलाओं के आजीविका संवर्धन के लिए विशेष प्रयास करने एवं नवाचार अपनाने की बात कही। इस दौरान उन्होंने जिले में ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ योजना के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने ओडीएफ गाँवों के संबंध में जानकारी ली तथा व्यक्तिगत एवं सामुदायिक शौचालय को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए लोगों को जागरूक करने कहा। उन्होंने जिले में रेडक्रॉस सोसायटी का विस्तार करने एवं अधिक से अधिक लोगों को इससे जोड़ने की बात कही। उन्होंने स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति केंद्र स्थित लाइब्रेरी में नियमित सेमिनार आयोजित कर युवाओं को प्रोत्साहित करने की बात की।

राज्यपाल ने जिले में नशे की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी जानकारी ली तथा नशे के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने और सूचना तंत्र को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने बढ़ती सड़क दुर्घटना पर संज्ञान लेते हुए भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में भारी वाहनों के प्रवेश पर उचित रोक लगाने एवं अन्य आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने कार्यों का विश्लेषण करने तथा जनहित के लिए पूरी संवेदना और सहभागिता से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।

कार्यक्रम के समापन अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से राज्यपाल डेका को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी रंगानाद्या रामाकृष्णा वाई, अपर कलेक्टर गजेन्द्र ठाकुर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे।

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