छत्तीसगढ़

सीएम साय ने आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल हिंसा से प्रभावित 2500 परिवारों को जारी की पीएम आवास योजना की पहली किस्त

छत्तीसगढ़ के विशेष आग्रह पर केंद्र सरकार ने ऐसे परिवारों के लिए स्वीकृत किए हैं 15 हजार आवास

जगदलपुर (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल हिंसा से प्रभावित 2500 परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली किस्त जारी की। छत्तीसगढ़ के विशेष आग्रह पर केंद्र सरकार ने ऐसे परिवारों के लिए 15 हजार आवास स्वीकृत किए हैं।कुल दस करोड़ रुपए आज हितग्राहियों के खातों में अंतरित किया गया, प्रथम किस्त के रूप में 2500 परिवारों को 40-40 हजार रुपए जारी किए गए। मुख्यमंत्री ने राशि अंतरण कार्यक्रम में मंत्रालय से वर्चुअली जुड़े 17 जिलों के हितग्राहियों से की बात, आवास निर्माण के लिए पहली किस्त मिलने पर बधाई दी।कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव निहारिका बारिक सिंह भी कार्यक्रम में मौजूद थी।

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण विशेष परियोजनान्तर्गत आत्म समर्पित नक्सलियों व नक्सल हिंसा से प्रभावित 2500 हितग्राहियों को आवास निर्माण की राशि अन्तरण हेतु कार्यक्रम में बस्तर जिले के दो हितग्राहियों से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने संवाद कर आवास योजना के लिए बधाई दी। जिला कलेक्टर कार्यालय के एनआईसी कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में बस्तर जिले के लोहांडीगुड़ा विकासखंड के नक्सल पीड़ित मिनकेतन ठाकुर ने मुख्यमंत्री को बताया कि अलनार बाजार में नक्सलियों द्वारा उनके बेटे की हत्या की गई थी। अभी परिवार में चार सदस्य हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के विशेष परियोजना के तहत आवास की पहली किश्त की राशि चालीस हजार मिलने की जानकारी देते हुए मिनकेतन को बधाई दी। साथ ही 2014 में आत्मसमर्पित किए हुए परदेसी को भी मुख्यमंत्री साय ने बधाई दी। मुख्यमंत्री ने परदेशी से जीवनयापन के लिए क्या करते हैं का सवाल किया तो उन्होंने बताया कि खेती किसानी करते हैं। कार्यक्रम उपरांत कलेक्टर हरिस एस ने योजना के लाभार्थियों को आवास बनाने के लिए खातों में अंतरित राशि का जल्द उपयोग कर बरसात से पहले निर्माण कार्य को पूर्ण करने की बात कही। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ प्रतीक जैन सहित अन्य हितग्राही भी मौजूद थे।

 

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