कोरबा में श्रद्धा, भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम — संकट मोचन मंदिर में भव्य हनुमान जन्मोत्सव संपन्न
2100 दीपों की रोशनी में गूंजे “जय श्री राम” के जयकारे, सैकड़ों श्रद्धालुओं ने लिया आशीर्वाद
कोरबा। पं. रविशंकर शुक्ल नगर स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर (LIG) में शनिवार, 12 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव का आयोजन अद्वितीय श्रद्धा, भक्ति और जनभागीदारी के साथ सम्पन्न हुआ। दोपहर से लेकर देर रात तक चले इस आयोजन में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। पूरा मंदिर परिसर “जय श्री राम” और “बजरंगबली की जय” के उद्घोष से गूंजता रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत दोपहर 12 बजे हवन-पूजन के साथ हुई। वैदिक मंत्रोच्चार और अग्निहोत्र की आहुतियों के साथ भक्तों ने अपने जीवन में सुख-शांति, आरोग्यता और शक्ति की कामना की। इसके बाद हनुमान चालीसा पाठ, श्रीराम स्तुति और विशेष आरती का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, युवा और बच्चे शामिल हुए।
भंडारे में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब
हवन के उपरांत आयोजित महाप्रसाद एवं भंडारे में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं। भंडारे में पूड़ी-सब्जी, खीर, हलवा जैसे पारंपरिक व्यंजन परोसे गए, जिसे स्थानीय युवाओं और सेवादारों ने प्रेमपूर्वक वितरित किया। भंडारा एक सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बन गया, जहाँ धर्म और सेवा का मेल देखने को मिला।
2100 दीपों से जगमगाया संकट मोचन धाम, संध्या आरती बना मुख्य आकर्षण
संध्या 7 बजे, आयोजन का सबसे विशेष और दिव्य पल आया, जब पूरे मंदिर परिसर में 2100 दीपों का प्रज्वलन किया गया। दीपों की रौशनी से मंदिर परिसर आलोकित हो उठा और माहौल एक आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। शंखध्वनि, घंटियों की गूंज और “श्री राम जय राम जय जय राम” के संकीर्तन ने भक्तों को भावविभोर कर दिया।
महाआरती के समय श्रद्धालु दीप लेकर आरती में सम्मिलित हुए। हर हाथ में दीप और हर दिल में भक्ति की लौ थी — संकट मोचन हनुमान मंदिर सचमुच एक प्रभु-प्रेरित चेतना स्थल बन गया।
जनसहयोग बना आयोजन की पहचान
इस भव्य आयोजन में किसी एक संस्था की जगह स्थानीय नागरिकों, युवाओं, दुकानदारों व समाजसेवियों की भागीदारी देखने को मिली। यही कारण है कि आयोजन किसी संगठन का नहीं बल्कि समाज की सामूहिक श्रद्धा का प्रतीक बनकर उभरा। मंदिर समिति एवं सभी सेवाभावी नागरिकों को श्रद्धालुओं ने धन्यवाद दिया।