कोरबा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान कोरबा में पांच दिवसीय योग उन्मुखीकरण कार्यक्रम 04 मार्च से प्रारंभ हुआ था। जिसमें कोरबा जिले के सभी विकास खण्ड के 10-10 शिक्षको ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। डाइट के प्राचार्य श्री रामही शराफ ने स्वयं के अनुभव को जोड़कर योग के महत्व से प्रशिक्षार्थियों को अवगत कराया एवं स्वयं प्रतिदिन के योगाभ्यास सत्र में उपस्थित रहकर सभी को प्रेरित किया। मुख्य प्रशिक्षण प्रभारी श्री अरविंद शर्मा ने बताया की योग एवं प्राणायाम से ही व्यक्ति स्वस्थ एवं अनुशासित रह सकता है। कार्यक्रम के समन्वयक श्रीमती किरण लता शर्मा ने योग के साथ बच्चों हेतु नैतिक शिक्षा के महत्व को भी उपयोगी बताया। कार्यक्रम के समन्वयक श्रीमती पूजा बघेल ने प्रशिक्षार्थियों को सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रभाव एवं लाभ से परिचित कराया। इस कार्यक्रम में एस.सी.ई.आर.टी. से पहुंचे वरिष्ठ प्राध्यापक श्री डी.दर्शन ने शाला में कराये जाने वाले विभिन्न उपयोगी गतिविधियों को सोशल माध्यमों से राज्य स्तर तक भेजे जाने हेतु प्रशिक्षार्थियों को प्रेरित किया ताकि अन्य शिक्षक भी उन तरीकों का प्रयोग अपनी शाला में कर सकें। कार्यक्रम के प्रशिक्षक के रूप में श्री राजेश राजवाडे, श्री विनोद रत्नाकर एवं सुश्री योगिता साहू ने योग के महत्व प्राणायाम सावधानियां, अष्टाग योग, षट्कर्म, बंघ, योग मुद्राएं, तनाव प्रबंधन, सूर्य नमस्कार आदि बिन्दुओं पर चर्चा की जिसमें सभी प्रशिक्षार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिए। प्रशिक्षार्थियों द्वारा योग से संबंधित विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। प्रतिदिवस भक्तिमय भजनों प्रेरणा गीत के माहौल में प्रशिक्षार्थियों ने उत्साह एवं आंनद के साथ प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्राचार्य श्री रामहरि शराफ के योग को स्वयं एवं बच्चों के जीवन में उतारने के प्रेरणादायक संबोधन पश्चात् 08 मार्च को प्रशिक्षण संपन्न किया गया एवं प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।