कोरबा। एसईसीएल सुभाष ब्लाक स्थित श्री अय्यप्पा शनिश्वर मंदिर में रविवार से श्रीमद्भागवत पारायण सप्ताह की शुरुआत हुए में व्यासपीठ से उन्नीकृष्णन नंबूदिरी ने कही। उन्होंने वराह अवतार की कथा सुनाते हुए आगे कहा कि पृथ्वी को रसातल में डूबो देने वाले हिरण्य कश्यप का वध वराह अवतार धारण करने वाले भगवान विष्णु ने किया था। उन्होंने कहा कि भक्तों के कष्ट हरने भगवान हर बार अलग अलग रूप में आते हैं। जब जब धरती पापी लोगों से कष्ट पाती है, तब तब भगवान विविध रूप धारण कर इसके दु:ख दूर करते हैं।दैत्य हिरण्य कश्यप ने जब पृथ्वी को रसातल में छिपा दिया था तब भगवान विष्णु वराह अवतार लेकर पृथ्वी का कल्याण किए थे। इनकी शक्ति अथवा पत्नी देवी वाराही हैं जो भगवती लक्ष्मी की स्वरूप हैं और इनमें देवी पार्वती जी की शक्तियां हैं। कथा के दौरान बड़ी संख्या में मलयाली समाज के लोग उपस्थित थे। कथा पूर्ण कराने में क्षेत्र तंत्री ब्रह्मश्री उन्नीकृष्णन नंबूदिरी के साथ क्षेत्र पुजारी मोन नंबूदिरी, सहकर्मी रमेश मरपच्ची, यज्ञ होताव मणिकुट्टन, आरयानाड़, यज्ञाचार्य सुदीश तुरवूर, यज्ञ पौराणिक पन्मना राजू, नितिन पत्तनापुरम, कलामंडलम विनोद सहयोग कर रहे हैं।