सीएमएचओ ने जिले वासियों से कोविड-19 से सावधान रहने की किया अपील
कोरबा। केरल तथा भारत के कुछ राज्यों में कोविड-19 के प्रकरणों में वृद्वि दर्ज हुई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केसरी ने कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने हेतु रेस्पिरेटरी हाईजिन और कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन किए जाने हेतु जिले के नागरिकों को कोविड 19 के लक्षणों तथा बचाव के संबंध में जानकारी दी है।
कोरोना से लोगों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से एहतियाती कदम उठाने के लिए शासन से प्राप्त गाईडलाइन के संबंध में आवश्यक निर्देश सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को जारी किया गया है। जिससे इस वायरस के प्रसार के जोखिम को कम किया जा सके। उन्होंने खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के अनुसार पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करने आर.टी.पी.सी.आर. और एंटीजन परीक्षणों के लिए प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। साथ ही चिकित्सालय में आने वाले इन्फलुएंजा जैसी बीमारी (आई.एल.आइ)र् और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एस.ए.आर.आई.) की जांच और निगरानी करने व इसकी रिपोर्टिग करने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे एैसे मामलों की शुरूआती बढ़ती प्रकृति का पता लगाया जा सके। सीएमएचओ ने कोविड उपयुक्त व्यवहार के पालन हेतु जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया तथा लॉजिस्टिक और बुनियादी ढॉंचे की तैयारी जिसमें अस्पतालों में पर्याप्त बेड की उपलब्धता तथा आवश्यक दवाओं का स्टॉक सुनिश्चित करने की बात कही।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोविड से बचाव के लिए को कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करना आवश्यक है। विशेषकर 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं तथा बच्चों को बाहर जाने पर सावधानी और बचाव हेतु मास्क लगाना चाहिए तथा भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचना चाहिए, बार-बार हाथ धोना, व्यक्तिगत स्वच्छता जैसे खांसने और छींकने पर अपने नाक और मुंह को टिश्यु पेपर या कपड़े से ढंके, साथ ही सुरक्षित दूरी बनाने तथा उचित आहार लेने पर भी जोर दिया है।
कलेक्टर सौरभ कुमार तथा सीएमएचओ डॉ केसरी ने जिलेवासियों से कोरोना से सर्तक रहने की अपील करते हुए बुखार, खांसी, नाक बहने जैसे श्वसन संबंधी लक्षण से ग्रसित व्यक्तियों को यथाशीघ्र अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर डॉक्टर से परामर्श लेने का आग्रह किया है।